हड़ताल: देश में थम गया ट्रकों का पहिया

trucks strikeलखनऊ। देश के ट्रांसपोर्टरों का अनिश्चितकालीन चक्का जाम 1 अक्टूबर की प्रात 6 बजे से शुरू हो गया है। आल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रवक्ता एवं परिवहन विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष जगदीश गुप्त के अनुसार आल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस का प्रतिनिधि मण्डल राष्ट्रीय अध्यक्ष भीम वाधवा के नेतृत्व में निरन्तर केन्द्र सरकार से वार्ता हेतु तैयार है। भीम बाधवा ने कहा कि परिवहन मंत्रालय हमारी मांगों पर विचार नही करना चाहता इसलिए चक्का जाम हमारी मजबूरी बन गया है। हमारा दावा है इस लड़ाई में हमारे देश के 93 लाख ट्रक एवं 50 लाख बस व्यवसायी हमारे साथ होंगे। यह लड़ाई हम देश के आर्थिक विकास की हो रही लाखों करोड़ के राजस्व हानि एवं आम जनता को टोल बैरियर के प्रभाव से मुक्त करने के लिए लड़ रहे हैं। हम तो टोल का भुगतान एक मुश्त करने को राजी हैं। इसका प्रस्ताव भी सरकार को दे चुके हैं। खेद है कि इस चक्का जाम से होने वाली प्रतिदिन 1500-1700 करोड़ का व्यापार ठप होगा के बारे में केन्द्रीय नेता विचार नही कर रहे हैं। वे तो बस टोल प्लाजाओं के ठेकेदारों की पैरवी में लगे हैं। इससे उनके भ्रष्टाचार में लिप्त होने का सन्देह हो रहा है। श्री गुप्ता ने देश की आम जनता से उनके हित के लिए हो रही लड़ाई मे सहयोग की अपील की है।