गोसाईगंज फैजाबाद। चाहे गरीब, चाहे धनवान, छोटे बड़े सबका सम्मान। जन-जन की है यही पुकार, नकछुल्ले भाई (काल्पनिक नाम) अबकी बार। कभी नहीं विश्राम करेंगे, पांच साल बस काम करेंगे। जन-जन का यह नारा है, नकछुल्ले भाई हमारा है। वार्ड नंबर-फलां से सुयोग्य, कर्मठ, जूझारू, ईमानदार, समाजसेवी, जनसेवी व आपके अपने प्रत्याशी नकछुल्ले भाई को भारी मतों से विजयी बनाएं। तृतीय पंचायत चुनाव में कुछ इसी तरह के नारों और शब्दों से लगभग गांवों में प्रत्याशियों के पोस्टर पट गए हैं। यहां तक कि स्कूलों की दीवारों व सार्वजनिक स्थानों को भी नहीं बख्शा गया है। विडंबना यह कि प्रशासन के नुमाइंदों की नजर भी इस ओर नहीं जा रही है। जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लडऩे वाले लोगों की हर वार्ड में बाढ़ सी आ गई है। यहां दिलचस्प बात यह भी है कि इस चुनावी पर्व में कोई प्रत्याशी ऐसा नहीं है जो अपने आप को बेईमान, डरपोक, अयोग्य, जन विरोधी, समाज विरोधी, असमाजिक कहता हो। सभी के पास खुद से ही बनाई गई ईमानदारी व तमाम शब्दों के प्रमाण पत्र हैं। यहां कौन ईमानदार और कौन कर्मठ प्रत्याशी है, यह बात भी पब्लिक बखूबी जानती है। इस बात का असल प्रमाण पत्र भी जनता चुनाव के दिन ही इन्हें देगी, ङ्क्षकतु अभी खुद के सर्टिफिकेट के दम पर ही प्रत्याशी अपने काफिले के साथ मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में लगे हैं।