ट्रक हड़ताल का असर: सूनी हो गयीं सड़कें

trucks strike

लखनऊ। देश भर के ट्रांसपोर्टर व ट्रक ऑपरेटरों ने टोल टैक्स समाप्त करने की अपनी प्रमुख मांग को लेकर गुरुवार तड़के छह बजे से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। ट्रक संचालक व ड्राइवर से लेकर ट्रांसपोर्टर तक सभी प्रमुख राष्टï्रीय मार्गों पर बने टोल प्लाजा को हर हाल मेें हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं। इसके अलावा ये लोग ट्रांसपोर्ट बिजनेस पर टीडीएस कटौती को भी खत्म करने की मांग कर रहे हैं। ट्रांसपोर्टरों के देशव्यापी हड़ताल का असर राजधानी सहित उत्तर प्रदेश के भी विभिन्न राजमार्गों पर देखने को मिला। राजधानी लखनऊ के प्रमुख सड़क मार्गों जैसे- उन्नाव, बाराबंकी, इटौंजा, गोरखपुर व रायरबरेली पर बने टोल टैक्स प्लाजाओं पर गुरुवार सुबह से ही बड़ी सं या में ट्रक जहां-तहां खड़े रहे। इस देशव्यापी हड़ताल में यूपी के लगभग डेढ़ लाख ट्रक ऑपरेटर भी हड़ताल में शामिल हैं तो वहीं राजधानी में भी 90 लाख से ज्यादा ट्रक ड्राइवरों ने चक्का जाम कर दिया है। राजधानी के ट्रांसपोर्टनगर इलाके में ट्रकों की लंबी लाइन लगी हुई है। नतीजतन, किराने से लेकर फल-सब्जी, रेडिमेड, सीमेंट, सरिया, कोयला, डीजल, पेट्रोल आदि कारोबारों से जुड़े व्यापारियों को अपना माल मिलने में तमाम प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन चीजों खाने पीने के अलावा रसोई गैस और दवाएं भी शामिल हैं। यूपी के ट्रक ऑपरेट एंड ट्रांसपोटर्स एसोसिएशन यानि टोटा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण अवस्थी की मानें तो अभी तक महज इतने घंटे की हड़ताल की वजह से जो प्रदेश भर के राजमार्गों पर ट्रकों का आवागमन नहीं हो सका है, उसकी वजह से टोल टैक्स प्लाजा व सेंटर सूने पड़े गए हैं। वहीं राजधानी लखनऊ में प्रांत बाहर से आने-जाने वाले डिलेवरी व बुकिंग किए जाने वाले ट्रक के पहिए थमने की वजह से माल की न तो लोडिंग हो सकी और न ही डिलेवरी, ऐसे में लाखों का माल जहां-तहां रुका हुआ है। उनके अनुसार देर शाम तक एसोसिएशन से जुड़े केंद्रीय पदाधिकारी परिवहन मंत्रालय के संपर्क में हैं, लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ है। उनके मुताबिक जब तक केंद्रीय परिवहन मंत्रालय टोल टैक्स समाप्ति की उनकी प्रमुख मांग को लेकर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लेता है तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल ऐसे ही बदस्तूर जारी रहेगी।