अब दुर्ग में खिलेगा हैदराबादी गुलाब: कन्नौज भी आयेगा अर्क

Rose-Farmingदुर्ग। जिले के सांसद आदर्श ग्राम मोहलाई में गुलाब की जाने-माने किस्म हैदराबादी गुलाब की खेती हो रही है। इसके अलावा मिनीपाल व मिड गार्ड जैसी गुलाब की किस्में तैयार की जा रही है। दो साल पहले कुछ किसानों ने मिलकर इस फसल की शुरूआत की। सरकारी मदद से इस प्रयास को बल मिला और आज गुलाब की यह फसल मोहलाई के एक बड़े हिस्से में लहलहा रही है। इसकी डिमांड जिले ही नहीं पूरे देश में है, जिसे अर्क तैयार करने के लिए कन्नौज तक भेजा जा रहा है। ताकि अर्क से गुलाब जल, परफ्यूम सहित अन्य सुगंधित वस्तुएं तैयार की जा सकें।
जिले में गुलाब की खेती की शुरूआत बड़े स्तर पर दो साल पहले शुरू हुई। इसके पहले टुकड़ों में बिना किसी मॉनीटरिंग के इसकी खेती होती रही। किसान प्रमोद शर्मा, गोकुल निषाद, भरत निषाद, छोटू निषाद, समय लाल, प्रकाश लाल, गुलाब ने गुलाब की खेती का मन बनाया। उन्होंने इस संबंध में सरकारी एक्सपर्ट से गुलाब की खेती से जुड़ी जानकारी ली। ट्रिप के लिए 75 फीसदी तक की सब्सिडी मिली और काम शुरू हो गया। वर्तमान में गुलाब की फसल से उन्हें फायदा हो रहा है। किसनों की माने तो गुलाब की फसल से उन्हें सालाना एक एकड़ में चार लाख रूपए तक का फायदा हो रहा है। 40 एकड़ में करीब आठ से दस क्विंटल गुलाब निकल रहा है। इसमें अकेेले 28 एकड़ में हैदराबादी गुलाब की खेती हो रही है। इसकी डिमांड काफी है।
जिले सहित पूरे प्रदेश में दुर्ग के गुलाओं की मांग है। वर्तमान में अर्क निकालने के लिए गुलाब कनौज भेजे जा रहे हैं। उद्यानिकी विभाग द्वारा जिले में ही डिस्टीलेशन प्लांट डालने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही गुलाब के बढ़ते हुए मांग को ध्यान में रखते हुए 30 से 50 एकड़ तक का रकबा गुलाब की खेती के लिए बढ़ाने प्रयास किया जा रहा है।