नेशनल डेस्क। देश में एक तरफ तो आतंकियों को लेकर माहौल गर्म है और दूसरी तरफ केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार आतंकवादी को रिहा कर रही है।यूपी की एक जेल में उम्र कैद की सजा काट रहा 70 साल के सिख आतंकवादी को जल्द ही रिहा किया जा सकता है। 25 साल से जेल में बंद वरियाम सिंह के अच्छे बर्ताव को देखते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी रिहाई को मंज़ूरी दे दी है। खालिस्तान की मांग करने वाले आंदोलन में वरियाम सिंह और उसके जैसे कई लोगों को 90 के दशक में जेल में डाल दिया गया था। सिख समुदाय लंबे समय से पंजाब शासित अकाली दल पार्टी पर आरोप लगा रही है कि वह अपने सहयोगी दल भाजपा को इन आतंकियों की रिहाई के लिए मना नहीं पा रही है। वरियाम सिंह यूपी के बरेली के जेल में बंद हैं। 1990 में गिरफ्तारी के पांच साल बाद उसे टाडा के तहत अपराधी घोषित कर दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय ने इस बात की तरफ ध्यान दिया कि 25 साल तक वरियाम एक बार भी परोल पर नहीं रहे और उसका रिकॉर्ड भी एकदम साफ रहा। मालूम हो कि रिहाई की सिफारिश यूपी सरकार ने भी की थी जिसमें वरियाम की उम्र का तकाजा दिया गया था। सिख संगठन ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात करके वरियाम की रिहाई के बारे में बात की थी। सहारनपुर में जन्मे वरियाम सिंह उन 13 सिख कैदियों में से एक है जिनकी रिहाई की मांग पंजाब सरकार कर रही है। जानकारी के अनुसार ऐसे करीब 100 लोग देश की अलग अलग जेलों में बंद हैं। उम्र कैद काट रहे ऐसे कैदियों की रिहाई के लिए पूर्व आतंकी बाबा सूरत सिंह उपवास पर है।