लापरवाही: रोडवेज बसों से बेरोकटोक ले जाएं विस्फोटक

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लखनऊ। जब पूरे देश में किसी आतंकी गतिविधि को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया हो और सावर्जनिक स्थानों से लेकर अन्य जगहों पर सुरक्षा के पु ता इंतजाम कर लिए गए हों ऐसे में आतंकी रोडवेज बसों का सहारा लेकर आराम से किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं। वजह है कि रोडवेज बसों में कोई भी सामान ले जाने के लिए किसी तरह की चेकिंग की व्यवस्था नहीं है। बस करना इतना है कि बस के चालक-परिचालक को हरी पत्ती दिखाओ और वे आपकी खातिरदारी में लग जाएंगे। सामान चाहे जो भी हो इससे उनका कोई लेना-देना नहीं हो बशर्ते सामान पैक होना चाहिए। रोडवेज के चालक-परिचालक की मिलीभगत से बसों में अवैध सामान ढोने के काले कारनामे को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है। परिवहन निगम सूत्रों की मानें तो चालक-परिचालक बसों में इसलिए बिना हिचकिचाहट के सामान लोड कर लेते हैं क्योंकि वे बस में सामान रखने के एवज में जो भी वसूली करते हैं उसका हिस्सा ऊपरी स्तर तक बंटा हुआ होता है।
राजधानी का चारबाग बस अड्डïा हो या कैसरबाग दोनों ही बस अड्डïों पर पार्सल बुकिंग सेंटर मौजूद है लेकिन यहां से बुक हुए सामान को बस में रखने से ही चालक-परिचालक मना कर देते हैं। इसके पीछे कारण यह है कि पार्सल बुकिंग से जो सामान परिचालक को ले जाना पड़ता है उससे उसकी जेब में महज पांच से दस रुपए ही आते हैं। पार्सल बुकिंग सेंटर से बुक हुए सामान को बस में रखकर न ले जाना पड़े इससे चालक बस स्टॉप परिसर से जितना जल्द हो सकता है बस को बाहर निकाल लेता है जिसके बाद उसका खेल शुरू हो जाता है। यात्री अपना सामान ले जाने के लिए बुकिंग कराने के बजाय सीधे बस में सामान रखकर ले जाना ज्यादा पसंद करते हैं। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने राजधानी समेत प्रदेश के ज्यादातर बस स्टॉप पर रोडवेज बसों से प्रदेश भर में कहीं भी सामान भेजने के लिए पार्सल सेवा की शुरुआत की थी। जिसके तहत राजधानी के चारबाग व कैसरबाग बस स्टॉप पर श्री साईं श्रद्घा कारगो प्राइवेट लिमिटेड ने पार्सल बुकिंग के लिए काउंटर भी खोला। क पनी को पांच साल का अनुबंध भी परिवहन निगम के साथ हुआ। जिसके लिए हर साल क पनी को 1 करोड़ 65 लाख रुपए चुकाने पड़ते हैं लेकिन इस सबके बावजूद बसों में पार्सल बुकिंग के जरिए सामान ले जाने में चालक-परिचालक कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। रोडवेज बसों में पार्सल के नाम पर जहां परिवहन निगम को लाखों-करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है वहीं प्रदेश की सुरक्षा के साथ भी खूब खिलवाड़ हो रहा है।