लखनऊ। एक दलित लड़की के बलात्कार का उसके पिता को तब लगा जब उसकी बेटी की पॉर्न वीडियो देखा। न्यूयॉर्क टाइम्स के निकोलस डी क्रिस्टॉफ एक वार्षिक विन-ट्रिप जर्नी पर आए हुए थे। इस दौरे में वह यूनिवर्सिटी के छात्रों को विकासशील देशों की सैर में लेकर आए थे। इस दौरान यूपी में उनकी मुलाकात एक लड़की से हुई जो यौन हिंसा की शिकार थी। भारतीय कानून के मुताबिक रेप विक्टिम का नाम नहीं बता सकते इसलिए निकोलस ने इस लड़की को बिटिया का काल्पनिक नाम दिया है। निकोलस ने बताया कि दलित समुदाय की इस 13 साल की बिटिया का साल 2012 में उच्च जाति के कुछ लोगों ने उसका रेप किया था। इस दौरान इन आरोपियों ने उसका वीडियो भी बना लिया था और बिटिया को धमकी दी थी कि अगर उसने इसके बारे में किसी को कुछ भी बताया तो वह इस वीडियो को गांव में सब लोगों को दिखा देंगे। इतना ही नहीं उसके भाई को भी मार देंगे। इसके चलते बिटिया ने अपने ऊपर बीती इस घटना के बारे में किसी को कुछ भी नहीं बताया। इस घटना के छह हफ्ते बाद बिटिया के पिता ने गांव के एक लड़के को पॉर्न वीडियो देखते हुए पकड़ा। जब उसने उस वीडियो को देखा तो उसके पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई। क्योंकि उस वीडियो में उसकी बेटी थी। रेप करने वाले आरोपी ने यह वीडियो 60 रुपए में एक स्थानीय दुकानदार को बेच दिया था। इस मामले की रिपोर्ट करने के लिए जब पीडि़त पिता थाने गया तो पुलिस ने कोई मामला दर्ज ही नहीं किया। गांव के बुजुर्ग लोगों ने बिटिया के स्कूल जाने पर रोक लगा दी लेकिन लोगों के दवाब में वह दोबारा से स्कूल जाने लगी। इस घटना के बाद बिटिया की जिंदगी बदल गई और उसके परिवार को सरकारी राशन लेने से रोक लगा दी गई। समाज के लोगों के दबाव के चलते पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया लेकिन वह जमानत पर रिहा हो गए। रेप का यह मामला अभी अदालत में चल रहा है और इस बीच बिटिया के पिता की मौत हो गई। अब आरोपी दबाव बना रहे हैं कि पीडि़ता यह केस वापस ले ले। वहीं पीडि़त परिवार को डर है कि आरोपी कहीं उसके 16 साल के भाई की हत्या ना कर दें। इस मामले में आरोपियों ने बिटिया को केस वापस लेने के लिए नौ लाख रुपए की पेशकश भी की लेकिन उसने पैसे लेने से इनकार कर दिया। बिटिया का कहना है कि वह सभी आरोपियों को जेल में देखना चाहती हूं। मैं कभी खुद को कलंकित महसूस नहीं करती हूं क्योंकि जिसके साथ रेप होता है वह अपमानित नहीं होते बल्कि रेप करने वाला होता है। वहीं बिटिया के दादा का कहना है कि हम कभी लालच में नहीं आएंगे।
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