छापेमारी से दाल के जमाखोरों में मचा हड़कंप

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रायपुर। आसमान छूती दाल की कीमतों को बढ़ाने का सबसे बड़ा श्रेय जमाखोरों का है। जो आम आदमी के थाली का निवाला छीनने में कोई कसर नहीं छोड़े। अब इन जमाखोरों के चेहरे की मुस्कान परेशानी में बदलती नजर आ रही है इसका कारण है राज्य के विभिन्न शहरों में खाद्य विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा छापेमार कार्यवाही है। मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने अपना कांकेर दौरे से पहले पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा के दौरान दलहन की जमाखोरी पर चिंता जताई थी और जमाखोरों पर कार्यवाही के निर्देश भी दिये थे। इसी क्रम में विगत 2 दिनों से जिला एवं खाद्य विभाग की टीम लगातार कार्यवाही के दौरान करोड़ों रूपए का दाल जप्त करने में सफलता हासिल की है।
अचानक अरहल दाल की कीमत 150 रूपए से 200 रूपए प्रतिकिलो की दर से बिक्री हो रही है। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में छापेमारी कार्यवाही के दौरान सैकड़ों क्विंटल स्टाक कर रखे दाल को जप्त किया किया। जिसके बाद मध्यप्रदेश में दाल की कीमत 15 से 20 प्रतिकिलो की गिरावट हुई। इसी तर्ज में लगातार छग के विभिन्न शहरों के कोल्ड स्टोर एवं गोदामों में हो रही छापेमारी कार्यवाही से यहां भी दाल की कीमत कम होने के आसार नजर आ रहे है। बिलासपुर, भाटापारा और राजधानी रायपुर के कई कोल्ड स्टोरों में छापेमार कार्यवाही के दौरान करोड़ों रूपए के दाल प्रशासन ने जप्त किया है। बिलासपुर के सिरगिट्टी दाल मिल से दो हजार क्विंटल, बिल्हा कोल्ड स्टोर से कई क्विंटल दाल जप्त, भाटापारा के तीन दाल मिलों सहित 2283 क्विंटल दाल जप्त, रायपुर के लिंगराज कोल्ड स्टोर से तीन हजार क्विंटल दाल जप्त। इसी प्रकार प्रशासन एवं खाद्य विभाग की टीम ने विशेष टीम बनाकर छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों पर दलहन कालाबाजारी एवं स्टोर कर रखे दाल पर अपनी नजर जमा ली है। आने वाले कुछ दिनों में बड़ी छापेमारी की कार्यवाही हो सकती है।
एजेंसी