यंग इंडिया मामला: भाजपा का कांग्रेस पर हमला

sonia and rahulनई दिल्ली। कांग्रेस की प्रकाशन कंपनी यंग इंडिया को लेकर भाजपा ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर जबरदस्त हमला बोला है। सत्ताधारी पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष तथा उनके पुत्र के ज्यादातर शेयर वाली यंग इंडियन ने एक ऐसी फर्म डोटेक्स मर्केंडाइज से 1 करोड़ रुपये उधार में लिया था, जो काले धन को सफेद करने के काम में संलिप्त पाई गई है। विपक्षी पार्टी ने हालांकि भाजपा के इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। सवालों में फंसी यंग इंडियन कंपनी की स्थापना दिसंबर 2010 में की गई।
यंग इंडिया मुद्दे को लेकर भाजपा ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस आलाकमान पर गंभीर आरोप मढ़े। संबित पात्रा ने कहा यह एक करोड़ तो भ्रष्टाचार का बस एक छोटा सा नमूना भर है। हम कांग्रेस से पूछना चाहते हैं कि यह काला धन किसका है। क्या यह कोयला घोटाला, सीडब्ल्यूजी, 2जी या जीजाजी (राबर्ट वाड्रा) का है? इस पर कांग्रेस सफाई दे।
भाजपा प्रवक्ता का कहना है कि जब यंग इंडियन द्वारा लोन लिया गया, उस समय कांगे्रस अगुवाई वाली संप्रग सरकार सत्ता में थी। कांग्रेस नेता उधार देने वाली कंपनी की असलियत की जांच करवा सकते थे। दस्तावेज लहराते हुए पात्रा ने दावा किया, सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर 23 सितंबर, 2014 को यंग इंडियन कंपनी के बोर्ड की एक बैठक हुई। जिसमें पेश प्रस्ताव में उधार देने वाली कंपनी को कर्ज चुकाने की अवधि एक साल और बढ़ाने की बात कही गई है। भाजपा प्रवक्ता के अनुसार, इस घटनाक्रम के बाद जब आयकर अधिकारियों ने लोन देने वाली कंपनी डोटेक्स मर्केंडाइज के बारे में छानबीन की तो दाल में कुछ काला होने की बात सामने आई। बकौल पात्रा, ‘डोटेक्स के मालिक ने पूछताछ के दौरान आयकर अधिकारियों को खुद कोलकाता में बताया कि उनकी कंपनी काले धन को सफेद करने का काम भी करती है। इसका पूरा ब्योरा अधिकारियों के पास मौजूद है। जबकि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के अनुसार द एसोसिएटेड जर्नल ने आरपी गोयनका की कंपनी से 14 प्रतिशत ब्याज पर एक करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। जिसे बाद में चुकता कर दिया गया। अब अगर कर्जदाता के ऊपर सवाल उठ रहा है तो इसमें एसोसिएटेड जर्नल क्या कर सकता है?