फीचर डेस्क। प्रमुख चार पर्वों में से एक रक्षाबंधन का विशिष्ट स्थान है जो श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस पर्व को श्रावणी या रक्षाबंधन कहते हैं। यह पर्व इस बार 18 अगस्त को मनाया जाएगा। भोर में 3.28 बजे भद्राकाल समाप्त होने के बाद शुभ मुहूर्त शुरू होगा जो दोपहर 3.02 तक रहेगा। इस अवधि में बहनें अपने भाइयों को रक्षासूत्र बांधेंगी। शास्त्र सम्मत है कि इस पर्व में पराव्यापिनी तिथि ली जाती है। यदि वह दो दिन हो या उस दिन भद्रा हो तो उसका त्याग…
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देवा हो देवा गणपति देवा, तुमसे बढ़कर कौन
फीचर डेस्क। गणेशोत्सव श्री बाल गंगाधर तिलक ने आज से 100 बरस पूर्व अंग्रेजों के खिलाफ भारतीयों को एकजुट करने के लिए आयोजित किया था जो कि धीरे-धीरे पूरे राष्ट्र में मनाया जाने लगा है। धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार श्री वेद व्यास ने गणेश चतुर्थी से महाभारत कथा श्री गणेश को लगातार 10 दिन तक सुनाई थी जिसे श्री गणेश जी ने अक्षरश: लिखा था। 10 दिन बाद जब वेद व्यास जी ने आंखें खोली तो पाया कि 10 दिन की अथक मेहनत के बाद गणेश जी का तापमान बहुत…
Read Moreआखिर क्यों मनाते हैं रक्षाबंधन का पर्व
फीचर डेस्क। अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिये हर बहन रक्षा बंधन के दिन का इंतजार करती है। श्रावण मास की पूर्णिमा को यह पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को मनाने के पिछे कहानियां हैं। यदि इसकी शुरुआत के बारे में देखें तो यह भाई-बहन का त्यौहार नहीं बल्कि विजय प्राप्ति के किया गया रक्षा बंधन है। भविष्य पुराण के अनुसार जो कथा मिलती है वह इस प्रकार है। बहुत समय पहले की बाद है देवताओं और असुरों में युद्ध छिड़ा हुआ था लगातार 12 साल…
Read Moreलखनऊ में लगेगा 20 अगस्त से शिल्प कलाकारों का मेला
लखनऊ। यूपी के मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी के निर्देशों के अनुपालन में हस्त शिल्पकारों द्वारा निर्मित वस्तुओं के उनके मूल्य का वाजिब दाम दिलाने एवं उनके उद्योग को बढ़ावा दिये जाने के साथ-साथ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु 20 एकड़ के क्षेत्र में लखनऊ हाट परियोजना के अन्तर्गत अवध शिल्प ग्राम का निर्माण कराया गया है, जिसका उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा आगामी 20 अगस्त को कराया जाने हेतु अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि शिल्पकारों द्वारा…
Read Moreलाटू देवता मंदिर: जहां देखना मना है
फीचर डेस्क। देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड मंदिरों का प्रदेश माना जाता है। यहां अलग-अलग देवी-देवताओं की अपनी मान्यता है। किसी मंदिर में लोग पूरे जमघट के जा सकते हैं तो कहीं आप जा ही नहीं सकते। जी हां आपको सुनकर अजीब लगेगा लेकिन यह वाकई होता है जनपद चमोली के देवाल ब्लॉक के वांण गांव में। इस गांव में लाटू देवता का मंदिर है। मान्यता के अनुसार, लाटू देवता नंदा देवी के भाई माने जाते हैं। नंदा देवी राजजात मार्ग में बारहवें पड़ाव में इनका मंदिर पड़ता है। इस…
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