फीचर डेस्क। भारतीय भूमि चमत्कार और आश्चर्यों से भरी है। देश में ऐसी जगहें है कि लोग अपनी दांतों तले आंगुलियां दबाने पर मजबूर हो जाते हैं। ऐसा ही एक भारतीय अजूबा है जम्मू-कश्मीर की लेह सीमा में स्थित एक चमत्कारिक पहाड़ी का जिसे लोग मैग्नेटिक हिल कहते हैं। जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र के लेह में एक ऐसी पहाड़ी है जिसे मैग्नेटिक हिल के नाम से जाना जाता है। सामान्यतौर पर पहाड़ी के फिसलन पर वाहन को गियर में डालकर खड़ा किया जाता है। यदि ऐसा नहीं किया जाए तो…
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इंडिया के मिनी इजराइल की कीजिए सैर
शिमला। हिमाचल प्रदेश में पवर्तीय पर्यटन स्थल मनाली के पास कसोल कस्बे में घुसते ही आपको तंबुओं की कतारें और उनके सामने खड़ी मोटरसाइकिलें दिखती हैं। यहां के रेस्तरां में सारे मैन्यू हिब्रू भाषा में है, नमस्कार की जगह आपको शलोम सुनाई पड़ेगा और घूमते-फिरते कई इसराइलियों से भी आपका सामना होगा। इसीलिए इस इलाके को मिनी इसराइल कहते हैं। शाम की बयार में स्टार ऑफ डेविड वाले इसराइली झंडे लहराते दिखाई देंगे। थौड़ा आगे जाने पर आपको एक खबद हाउस यानी यहूदियों का सांस्कृतिक स्थल भी दिखता है। इस…
Read Moreरात्रि 2 से 5 बजे के बीच मंदिर में रूकना मना है, अन्यथा मौत पक्की है
फीचर डेस्क। मैहर शारदा माता का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह न सिर्फ आस्था का केंद्र है, अपितु इस मंदिर के विविध आयाम भी हैं। इस मंदिर की चढ़ाई के लिए 1063 सीढिय़ों का सफर तय करना पड़ता है। इस मंदिर में दर्शन के लिए हर वर्ष लाखों की भारी भीड़ जमा होती है। सितम्बर 2009 से एक बड़ी सुविधा रोप-वे प्रणाली के परिचालन के जरिए तीर्थयात्रियों (विशेष रूप से वृद्धों और विकलांगों) की देवी मां शारदा के दर्शनों की इच्छा को पूरा किया गया है। वहां शारदा देवी की…
Read Moreरहस्यमयी किला जहां अमावस की रात आता है शिव का अवतार
फीचर डेस्क। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर शहर के पास स्थित असीरगढ़ के किले में लोक मान्यता है कि इस किले के गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में अश्वत्थामा अमावस्या व पूर्णिमा तिथियों पर शिव की उपासना और पूजा करते हैं। सतपुड़ा पर्वत की गोद और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच स्थित है असीरगढ़ का किला। इस क्षेत्र में ताप्ती और नर्मदा नदी का संगम भी है। यह प्राचीन समय में दक्षिण भारत जाने के द्वार के रूप में भी जाना जाता था। इस किले व मंदिर तक पहुंचने के लिए सबसे करीबी स्थान बुरहानपुर…
Read Moreदीर्घेश्वरनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने से मिलती है दीर्घायु
देवरिया। उत्तरप्रदेश में देवरिया जिले के मझौलीराज के निकट हिरण्यावती नदी के तट पर स्थित पौराणिक दीर्घेश्वरनाथ मंदिर में मन्नत पूरी होने की आशा लेकर आने वाले श्रद्धालुओं का हर दिन तांता लगा रहता है। इस मंदिर में वैसे तो पूरे वर्षभर भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है लेकिन शिवरात्रि, श्रावण मास और अधिकमास में मन्नत पूरी होने की आस लेकर आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ती है। इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां शिवलिंग स्वयंभू है। अधिकमास में यहां एक महीने मेला…
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