यह नया साल फयाज और उनके परिवार के लिए काफी शुभ रहा है। फयाज (पुरुष, 24 वर्ष) जो कि पिछले 1 वर्ष से अपने घर से लापता चल रहा था, उसको उसके परिवार से मिलवाया गया। ‘एस्पाइरिंग लाइव्स’ संस्था के मैनेजिंग ट्रस्टी, जिनका नाम मनीष कुमार है, ने फयाज को भारत-नेपाल सीमा, सोनौली के क्षेत्र से चेन्नई लेकर लाए। और, फयाज के पिताजी, जिनका नाम सलमान फारिस है, को मलप्पुरम जिला, केरल से चेन्नई बुलाया गया। और, फिर चेन्नई के पैरिस में 8 जनवरी को फयाज को उनके परिवार (पिताजी)…
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शनिदेव: मकर राशि में रहेंगे पूरे वर्ष
डेस्क। शनिदेव साल 2021 में पूरे साल मकर राशि में ही रहेंगे। वहीं 22 जनवरी को यह नक्षत्र परिवर्तन कर विभिन्न राशियों पर प्रभाव डालेंगे। 22 जनवरी को शनि देव श्रवण नक्षत्र में प्रवेश कर रहे हैं। इससे पहले शनिदेव 14 फरवरी को मकर राशि में ही अस्त हो रहे हैं। शनि का अस्त होना बहुत ही महत्वपूर्ण घटना है। ऐसा कहा जाता है कि शनि की जिन राशियों पर शनि के अच्छे प्रभाव नहीं पड़ रहे, उनके लिए शनि के प्रभाव कम हो जाएंगे। एक तरह से इसे शुभ…
Read Moreकौशल देगा ‘आत्मनिर्भर भारत’ को नई पहचान
महेन्द्र नाथ पाण्डेय। किसी भी देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में कौशल का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। कौशल एक ऐसा साधना है जिसके द्वारा युवाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है और उद्योगों की मांग के अनुसार कुशल कार्यबल तैयार करके स्किल गैप को आसानी से भरा जा सकता है। कौशल सिर्फ़ एक व्यक्ति को ही नहीं बल्कि उसके साथ-साथ समाज और राष्ट्र को भी आगे बढ़ाता है। सही अर्थों में देखा जाए तो भविष्य में कौशल ही वो साधन होगा जो युवा शक्ति को आत्मनिर्भर…
Read Moreमकर सक्रांति: करिये दान, कमाइए पुण्य
डेस्क। मकर सक्रांति सूर्य के मकर राशि में आने पर होती है। शनि मकर राशि के स्वामी है। कहा जाता है कि इस दिन सूर्य भगवान मकर राशि पर अपने पुत्र के दर्शन करने के लिए आते हैं।इस वर्ष मकर सक्रांति सूर्य प्रात: 8:14 बजे आएंगे। सूर्य के मकर राशि में आने से उत्तरायण आरंभ हो जाता है। अयन का अर्थ होता है गति। सूर्य की दो प्रकार की गति है उत्तरायण और दक्षिणायन। उत्तरायण को देवताओं का दिन माना जाता है और दक्षिणायन को देवताओं की रात। पितामह भीष्म…
Read Moreमकर सक्रांति: मंत्र के साथ करिए दान
डेस्क। मकर सक्रांति सूर्य के मकर राशि में आने पर होती है। शनि मकर राशि के स्वामी है। कहा जाता है कि इस दिन सूर्य भगवान मकर राशि पर अपने पुत्र के दर्शन करने के लिए आते हैं।इस वर्ष मकर सक्रांति सूर्य प्रात: 8:14 बजे आएंगे। सूर्य के मकर राशि में आने से उत्तरायण आरंभ हो जाता है। अयन का अर्थ होता है गति। सूर्य की दो प्रकार की गति है उत्तरायण और दक्षिणायन। उत्तरायण को देवताओं का दिन माना जाता है और दक्षिणायन को देवताओं की रात। पितामह भीष्म…
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