प्रहलाद सबनानी। वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी के प्रथम एवं द्वितीय दौर के कारण विश्व के लगभग सभी देशों की अर्थव्यवस्थाएं विपरीत रूप से प्रभावित हुई हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था भी बच नहीं पाई है एवं वित्तीय वर्ष 2020-21 की प्रथम तिमाही (अप्रेल-जून 2020) में तो 25 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि दर दर्ज हुई थी। यह देश में कोरोना महामारी के प्रारम्भ का समय था एवं देश में लॉकडाउन लगाया गया था जिससे देश में आर्थिक गतिविधियां, कृषि क्षेत्र को छोडक़र, लगभग थम सी गई थीं। देश की 60 प्रतिशत से…
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देश के कई राज्यों में पेट्रोल ने लगाया शतक
डेस्क। पेट्रोल के रेट में देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियों के बीच 24 रुपये 53 पैसे का अंतर है। राज्यों की राजधानियों की बात करें तो देश में सबसे महंगा पेट्रोल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बिक रहा है, यहां पेट्रोल मंगलवार को 108.16 रुपये लीटर है। वहीं, सबसे सस्ता पोर्टब्लेयर में 83 रुपये 63 पैसे लीटर है। आंकड़े इंडियन ऑयल कारपोरेशन की वेबसाइट से लिए गए हैं। बता दें पांच राज्यों में चुनाव के बाद 4 मई से लकर अबतक पेट्रोल 9.54 रुपये प्रति लीटर…
Read Moreदिल्ली में बदलेगी शराब दुकानों की शक्ल
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने राजस्व को बढ़ाने और शराब माफिया पर नकेल कसने के लिए अपनी नई आबकारी नीति की घोषणा कर दी है। दिल्ली में शराब की दुकानों की शक्ल भी अब बदल जाएगी। सरकार की नई आबकारी नीति के तहत शराब की दुकानें खुली जगह वाली होंगी, ये एयर कंडीशन युक्त होंगी, जहां धक्का- मुक्की नहीं होगी और लोग आसानी से अपनी पसंद की शराब खरीद सकेंगे। ग्राहकों को अब शराब के ठेकों में वॉक-इन का अनुभव देने, बीयर बनाने वाली छोटी फैक्ट्रियों को बढ़ावा देने और…
Read Moreकोरोना से धीरे-धीरे उबर रहा है प्रॉपर्टी बाजार
गाजियाबाद । कोरोना की दूसरी लहर के प्रचंड मार को सहने के बाद सामान्य जनजीवन अब पटरी पर आने लगा है। विभिन्न बाजारों के खुलने के उपरांत अब जनपद में प्रॉपर्टी का बाजार भी धीरे-धीरे रफ्तार पकडऩे लगा है । रहने के लिए आशियाना तथा उद्योग धंधे के लिए दुकान तथा गोदान आदि की जरूरत अब बढऩे लगी है । जून के महीने में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त की लगभग दोगुनी रजिस्ट्री आंकी गई है। इसके अलावा कृषि भूमि की खरीद कर भी पिछले साल से दोगुना रुझान देखने को मिल…
Read Moreकोरोना की मार: सीसीडी ने कई वेंडिंग मशीनें हटायीं
नयी दिल्ली। कॉफी श्रृंखला कैफे कॉफी डे (सीसीडी) का परिचालन करने वाली कॉफी डे ग्लोबल लि. ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान महामारी की वजह से मांग प्रभावित होने के चलते ग्राहकों के अनुसार बने 30,000 कैबिनेट को छोड़ दिया है। इनका इस्तेमाल कॉफी की वेंडिंग मशीनों के लिए किया जाता है।शेयर बाजारों को भेजी सूचना में सीडीजीएल की मूल कंपनी कॉफी डे एंटरप्राइजेज लि. ने कहा कि महामारी की स्थिति की वजह से ग्राहकों के ठिकानों से कई वेंडिंग मशीनें हटाई गई हैं। कॉफी डे ग्लोबल लिमिटेड (सीडीजीएल) ने…
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