खिलाडिय़ों का सम्मान करने में समाजवादी सरकारें हमेशा आगे रही हैं: अखिलेश यादव

cm 28 dec

लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जल सेना के पूर्व सैनिक हरिशंकर यादव को लखनऊ से नई दिल्ली की साइकिल यात्रा के लिए हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। हरिशंकर यादव यह यात्रा मात्र पांच दिनों में पूरी करेंगे। इस दौरान वे देश के नौजवानों को ओलम्पिक खेलों की प्रतियोगिताओं के लिए प्रोत्साहित करने का काम करेंगे। इससे पूर्व भी इन्होंने इसी उद्देश्य से देश के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 4,000 किलो मीटर की साइकिल यात्रा करके नौजवानों को प्रेरित करने का काम किया है।
आजमगढ़ के मूल निवासी हरिशंकर यादव के इस प्रयास की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विशाल आबादी का देश होने के बावजूद ओलम्पिक जैसे खेलों में भारतीय खिलाड़ी पर्याप्त संख्या में मेडल पाने में सफल नहीं होते हैं। इसके लिए जहां संसाधनों की कमी जिम्मेदार है, वहीं जानकारी का अभाव एवं प्रेरणा की कमी से भी सफलता नहीं मिल पा रही। उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक स्तर पर प्रोत्साहन दिए जाने की शुरुआत हुई है। हरिशंकर जैसे लोग व्यक्तिगत तौर पर भी इस कार्य के लिए आगे आ रहे हैं। इससे भविष्य में भारतीय प्रतिभागियों के प्रदर्शन में निश्चित रूप से सुधार होगा।
सीएम अखिलेश ने कहा खिलाडिय़ों का सम्मान करने में समाजवादी सरकारें हमेशा आगे रही हैं। पूर्व में नेताजी ने खिलाडिय़ों को भरपूर सम्मान दिया। इसी प्रकार वर्तमान सरकार भी खिलाडिय़ों की जमकर हौसला अफजाई कर उन्हें सम्मानित कर रही है। यश भारती पुरस्कार से खिलाडिय़ों को ही सर्वाधिक सम्मानित किया गया है। प्रदेश के खिलाडिय़ों को सुविधाएं मुहैया कराने में राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण पहल की है। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के साथ-साथ ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन स्वरूप धनराशि दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा खेलों को बढ़ावा देने के लिए छात्रावास संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें खिलाडिय़ों को गहन प्रशिक्षण, भोजन, शिक्षा, चिकित्सा, आवास, किट आदि सुविधाएं नि:शुल्क प्रदान की जा रही हैं। राज्य सरकार द्वारा राज्य स्तर के खिलाडिय़ों को दी जा रही आर्थिक सहायता 2 हजार रुपए से बढ़ाकर 4 हजार रुपए प्रतिमाह कर दी गई है। राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों की आर्थिक सहायता की दर 3 हजार से बढ़ाकर 6 हजार रुपए तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों की आर्थिक सहायता 5 हजार रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रुपए प्रतिमाह कर दी गई है। इसी प्रकार कई और कदम उठाए गए हैं, जिनका परिणाम आगे आने वाले समय में दिखाई पड़ेगा। पूरे प्रदेश में विभिन्न खेलों के लिए आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।