सपाई कुनबे में कलह चरम पर: सीएम को मिला नोटिस

mulayam-akhilesh-लखनऊ। समाजवादी पार्टी का झगड़ा शुक्रवार को खतरनाक मोड़ तक पहुंच गया। एक ओर मुलायम सिंह ने सख्त तेवर दिखाते हुए अखिलेश यादव को कैंडिडेट की लिस्ट जारी करने और राम गोपाल यादव को पार्टी विरोधी बयान देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया राम गोपाल ने पार्टी की राष्ट्रीय प्रतिनिधि की 1 जनवरी को आपात बैठक बुलाते हुए साफ़ कर दिया कि अब समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 403 सीटों के लिए 235 कैंडिडेट्स की जो लिस्ट जारी की है वह अंतिम है।
बता दें कि इनमें अखिलेश की लिस्ट में उन सभी मंत्रियों और विधायकों के नाम हैं, जिनका बुधवार को मुलायम सिंह द्वारा घोषित अनाउंसमेंट में टिकट काट दिया गया था। अखिलेश की लिस्ट में पवन पांडेय, इंदल रावत, अरविंद सिंह गोप, अतुल प्रधान, बृज लाल सोनकर, राम गोविन्द चौधरी के नाम प्रमुखता से शामिल हैं। अखिलेश की लिस्ट में अतीक अहमद, रामपाल यादव, अमरमणि त्रिपाठी, शादाब फातिमा, नारद राय, ओपी सिंह के नाम नहीं हैं। ये सभी नेता शिवपाल के समर्थक हैं। अखिलेश इन नामों पर पहले भी आपत्ति दर्ज कर चुके हैं।तनातनी चरम पर, शुक्रवार को हो सकती है बड़ी घोषणा उधर, अखिलेश की अनाउंसमेंट के कुछ ही देर बाद रात में शिवपाल ने मुलायम के घर जाकर मुलाक़ात की और फिर 68 नए उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी की। इस तरह अब तक सपा ने तीन बार में 393 उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इसमें मौजूदा विधायकों की संख्या 206 है जबकि 187 नए चेहरे हैं। शुक्रवार को सपा की कलह में और बड़े अपडेट सामने आ सकते हैं।

गुरुवार को इससे पहले मुलायम सिंह के टिकट बंटवारे से नाखुश अखिलेश ने समर्थक विधायक और मंत्रियों के साथ लखनऊ में मीटिंग की। उन्होंने अपने समर्थकों को चुनाव लडऩे का निर्देश दिया। मीटिंग के दौरान पार्टी समर्थकों ने बेनी प्रसाद वर्मा और अमर सिंह के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। समर्थकों ने कहा भी था कि अब वक्त आ गया है कि अखिलेश बड़ा कदम उठाए। सभी उनके साथ हैं। मीटिंग के दौरान अरविंद सिंह गोप ने अमर सिंह पर जमकर निशाना साधा। गोप अखिलेश के बेहद करीबी हैं और उनका टिकट काट दिया गया था।

अखिलेश के समर्थन में आए रामगोपाल
समाजवादी पार्टी के एक विधायक इंदल रावत ने आरोप लगाया कि जो लोग अखिलेश के नजदीक हैं उनके टिकट काटे गए। गुरुवार को एक प्रोग्राम में रामगोपाल यादव ने भी अखिलेश का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने कहा, बहुत सारी ऐसी शक्तियां हैं, पार्टी में भी एकाध लोग ऐसे हैं जो यह नहीं चाहते कि अखिलेश दोबारा मुख्यमंत्री बनें।
मुलायम से मिले तल्ख़ भाषा में जताई नाराजगी
अखिलेश ने टिकट बंटवारे को लेकर मुलायम सिंह यादव से गुरुवार को मिले। इस दौरान शिवपाल, मुलायम और अखिलेश के बीच एक घंटे तक गर्मा-गर्म बहस हुई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक़ मुलाक़ात के दौरान अखिलेश की मुद्रा काफी तल्ख़ थी। उन्होंने कड़े शब्दों में टिकट बंटवारे पर असंतोष जताया। उन्होंने कुछ नेताओं के टिकट काटे जाने की वजह पूछा। नेताजी ने बताया कि उनके खिलाफ रिपोर्ट खराब है। हालांकि इस दौरान कुछ नामों पर उन्होंने पुनर्विचार का भरोसा भी दिया। इसके बाद अखिलेश ने अपने समर्थकों को अलग से चुनाव लड़वाने का संकेत दे दिया था।