मेनका बोलीं: मैं मां हूं , मां को कहां क्या हो रहा है यह सब पता है

सुलतानपुर। सांसद मेनका गांधी ने शिक्षकों को बेहतर और ईमानदारी से काम करने की नसीहत देते हुए कहा कि जो शिक्षक अपना काम नहीं करते और विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को पैसा देकर दूसरे से काम करवाते हैं। यह हमें बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर करने और कराने के नाम पर कर्मचारियों को पैसा देना हमें कत्तई पसंद नहीं है।
मेनका गांधी शनिवार को विवेक नगर में स्थित बेसिक शिक्षा विभाग के नए कार्यालय का लोकार्पण करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रही थी। कहा कि अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण उन्हें दिल्ली लौटना पड़ रहा है, इसलिए यहां ज्यादा समय नहीं दे पा रही हैं। उन्होंने अपने पांच मिनट के संक्षिप्त भाषण में कहा कि मैं मां हूं , मां को कहां क्या हो रहा है यह सब पता रहता है। उन्होंने कहा कि कोविड कॉल में शिक्षकों का नुकसान हुआ है। खास कर प्राइवेट और कोचिंग करने वाले शिक्षक काफी परेशान हुए हैं, अब मौसम बदल रहा है अच्छे दिन आ रहे हैं। स्थिति में सुधार हो रहा है, सभी को बेहतर कार्य का अवसर मिलेगा। सभी इस अवसर का लाभ उठाएं।