गुजरात में हिंसक हुआ पटेल आंदोलन, बुलायी गई सेना

patel movement 26 aug
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में आरक्षण को लेकर प्रदर्शन हिंसक रूप लेता जा रहा है। हालात को काबू में लाने के लिए सेना को बुलाया गया। बनासकाठा में उपद्रवियों पर पुलिस ने फायरिंग की जिसमें दो की मौत हो गई और कई जख्मी हो गए हैं। जबकि अब तक राज्य में आरक्षण को लेकर हुई हिंसा कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में मंगलवार को अहमदाबाद में हुई हिंसा में दो लोग घायल हुए थे जिन्होंने आज दम तोड़ा। बताया जा रहा है कि अहमदाबाद में सेना को बुला लिया गया है और सेना जल्द ही फ्लैग मार्च करेगी। सूरत में स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए विमान से आरएएफ की टुकड़ी भेजी गई है।
गुजरात में आरक्षण को लेकर शुरू हुआ पटेल समुदाय के आंदोलन के हिंसक होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पीएम मोदी ने कहा कि हिंसा से किसी का भला नहीं होता। दरअसल, गुजरात में पटेल समुदाय के लिए ओबीसी कोटा की मांग को लेकर आज दिनभर के बंद के दौरान कफ्र्यू लगाए जाने के बावजूद अहमदाबाद, सूरत और मेहसाणा जिलों के कई इलाकों में ताजा हिंसा भड़क गई और राज्य में स्थिति पर नियंत्रण के लिए दंगा विरोधी बलों को तैनात किया गया है। हार्दिक पटेल को हिरासत में लिए जाने के बाद भड़की हिंसा के एक दिन बाद अहमदाबाद, सूरत, राजकोट और उत्तर गुजरात क्षेत्र के कई शहरों में तनाव बरकरार है। पटेल समुदाय को ओबीसी वर्ग में शामिल करने और आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर हार्दिक आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं। बिना किसी पूर्व सूचना के कोटा की मांग को लेकर जीएमडीसी ग्राउंड में प्रदर्शन कर रहे हार्दिक को कल हिरासत में लिए जाने के बाद पटेल समुदाय ने बंद के आवाहान किया। इसके मद्देनजर आज कई जगहों पर बैंक और सार्वजनिक परिवहन सहित स्कूल, कॉलेज और व्यावसायिक प्रतिष्ठान्न बंद रहे, जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ा। सूरत शहर में आज कई जगहों पर आगजनी और पथराव की घटनाएं होने की सूचना मिली और बंद को लागू करने के लिए बड़ी तादाद में पटेल समुदाय के सदस्य बाहर निकलकर आए। सूरत नियंत्रण कक्ष के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि करीब 1,000 लोगों की एक भीड़ ने शहर के उधना इलाके में सूरत नगर निगम के दो गोदामों में आग लगा दी। सूरत में हीरा और कपड़ा उद्योग भी बंद रहे। कानून व्यवस्था कायम करने में राज्य के स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए केंद्र ने त्वरित कार्यबल (आरएएफ), सीआरपीएफ और बीएसएफ के करीब 5,000 कर्मियों को भेजा है। पुलिस ने बताया कि सौराष्ट्र क्षेत्र में महत्वपूर्ण शहरों, राजकोट के शहरों, जामनगर, भावनगर और पोरबंदर में पूर्ण बंद रहा। बंद के दौरान आज सभी चारों जिलों में छिटपुट हिंसा के मामले दर्ज किए गए।