नई दिल्ली। बीते दिनों चीन में हम दो हमारे दो का नारा बुलंद करने के बाद ये कयास लगाना स्वभाविक है कि इससे भारत की स्थिति कैसी रहेगी। इसका नतीजा यह है कि विशेषज्ञों का मानना है कि साल 2035 तक भारत दो बच्चों के लक्ष्य को पूरा कर लेगा तो वही चीन में अगले दस सालों में महिलाओं में बच्चे पैदा करने की उम्र में गिरावट आएगी। एक ताजा रिपोर्ट ने चीन की आर्थिक पॉलिसी की पोल खोल दी है। इसी कारण सरकार ने वन चाइल्ड पॉलिसी को 30 साल बाद खत्म कर दिया है। इसका कारण है बढ़ती स्वास्थ्य सेवाओं की लागत व बुजुर्गो की पेंशन। यह वास्तविकता के पटल पर फ्लॉप हो रही है। सेना और उद्दोग के लिए लोग नही है। मजदूर नही मिल रहे है। रेड कार्पोरेशन की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक चीन की जनसंख्या दर नाकारात्मक हो जाएगी तो वही भारत की जनसंख्या एक नया कीर्तिमान रचेगी। चीन में युवाओं की संख्या सिमटेगी,क्यों कि चीन में प्रजनन दर प्रतिस्थापन दर से नीचे है। इसके विपरीत भारत में प्रजनन दर प्रतिस्थापन दर से ऊपर है। इसी कारण भारत युवाओं की श्रेणी में अव्वल है। चीन की आबादी पर बूढ़ों का दबाव बढ़ेगा।
एजेंसी