लखनऊ। सियासत के शातिर खिलाड़ी अमर सिंह ने पहली बार आजम खान और प्रोफेसर रामगोपाल यादव से रिश्ते को लेकर खुलकर बात की है। अमर सिंह ने कहा है कि उनका आजम खां से कोई झगड़ा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के थिंक टैंक प्रोफेसर रामगोपाल यादव से उनको कोई गिला-शिकवा नहीं है। एक चैनल से बातचीत में जमकर मुलायम सिंह यादव का गुणगान किया। अमर सिंह ने एक बार फिर कहा कि मैं समाजवादीनहीं, मुलायमवादी हूं। अपने जीवन के दो दशक से भी लंबे समय से नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के साथ हूं। मुलायम सिंह यादव का मेरे घर आना या मेरा उनके घर जाना खबर नहीं है। यह हमारे बीच असीम प्रेम है। मुलायम सिंह यादव से मेरे हृदय के तत्व जुड़े हैं। जब भी उनकी और मेरी बातचीत होती है तो इस दौरान तीसरा नही आता है। अमर सिंह ने कहा कि सुदामा को कृष्ण ने क्या दिया वही मुलायम ने मुझे दिया है। मुलायम सिंह यादव बेहद गंभीर किस्म के इंसान है। वह सारे विष को पीकर शांत रहते हैं। वह वाकई में नीलकंठ हैं। अमर सिंह ने कहा कि मुलायम तथा शिवपाल यादव से मेरे रिश्ते तथा संबंध राजनैतिक नहीं हैं।
अमर सिंह ने कहा मेरा आजम खां से कोई झगड़ा नहीं हैं। यह कभी रहा भी नहीं था। उनके आने पर आजम खां के गैर हाजिर होने को उन्होंने इत्तेफाक बताया। अमर सिंह ने कहा कि आजम खां से मेरी मित्रता है। प्रोफेसर राम गोपाल यादव के बारे में उन्होंने कहा कि मैं राम गोपाल यादव से घृणा तो करता नहीं हूं, लोग बेवजह बात का बतंगड़ बनाते हैं। अखिलेश यादव मेरे भतीजे हैं और हमेशा रहेंगे। उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री कई देशों के प्रधानमंत्री के बराबर होता है।