अकबर का केजरीवाल को नसीहत: तमाशा दिखाकर सरकार नहीं चलाया जाता

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नई दिल्ली। डीडीसीए मामले में तीन सदस्यीय जांच कमिटी की रिपोर्ट आने के बाद बीजेपी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला किया है। रविवार को बीजेपी के प्रवक्ता एमजे अकबर ने कहा कि जांच रिपोर्ट में वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहीं भी नाम नहीं है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल को पूरे मामले में जेटली से माफी मांगनी चाहिए।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा जांच रिपोर्ट में कहीं भी वित्त मंत्री अरुण जेटली का नाम नहीं है। हम पहले ही कहते थे कि वह बेदाग हैं और उन पर झूठे इल्जाम लगाए गए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चाहिए कि वह वित्तमंत्री से माफी मांगे और कोर्ट जाकर मानहानि को स्वीकार करें। एमजे अकबर ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी अब यह कमजोर तर्क दे रही है कि यह जांच किसी व्यक्ति विशेष को लेकर नहीं थी।
एमजे अकबर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा, आपने हर तरीके से जांच कर ली अब समय आ गया है कि आप जेटली जी से माफी मांगे। उन्होंने कहा जिस फाइल पर केजरीवाल ने सारे हमलों का आधार बनाया, उसकी सच्चाई सामने आ गई है। इससे साफ हो गया है कि इसमें अरुण जेटली के खिलाफ न कोई आरोप है ना उनका नाम है। बीजेपी नेता ने कहा कि 12 मार्च 2013 की रिपोर्ट में इसी तरह कांग्रेस ने कोशशि की थी, लेकिन रिर्पोट में कहा गया कि जेटली के खिलाफ तिनका भर भी कुछ नहीं है। 15 नवंबर 2015 की रिपोर्ट में भी कुछ नहीं आया है। केजरीवाल को चाहिए कि वह कोर्ट में जाकर भी गलती मानकर कहें कि मानहानि हुई है। एमजे अकबर ने दिल्ली सरकार पर करारा वार करते हुए कहा कि तमाशा दिखाकर सरकार नहीं चालाया जाता है। जेटली ने कोई गलती नहीं की और अरविंद केजरीवाल ने हर गलती की है।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की सीबीआई डायरेक्टर को चि_ी के सवाल पर अकबर ने कहा, यह एक नया झूठ है मुख्य मुद्दे से भटकाने के लिए है। बता दें कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सीबीआई डायरेक्टर को एक चि_ी लिखकर कहा कि एजेंसी से कुछ दुर्भावनापूर्ण जानकारियां लीक की जा रही है और दिल्ली सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
वहीं जांच रिपोर्ट के बाद बीजेपी के आक्रामक रुख को देखते हुए अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर अपना पक्ष रखा है। केजरीवाल ने लिखा कि बीजेपी और आप में यही फर्क है कि आप जहां सबूतों के आधार पर कार्रवाई करती है, बीजेपी भ्रष्टाचार का साथ देती है और जांच से भागती है।