आत्मरक्षा के लिए महिलाएं सीखें जूडो: राज्यपाल

judo 19febखेल डेस्क। केडी सिंह बाबू स्डेडियम में आज चौथी राष्ट्रीय दृष्टिबाधित एवं मूक बधिर जूडो चैम्पियनशिप का आयोजन यूपी ब्लाइंड एण्ड पैरा जूडो एसोसिएशन द्वारा पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में किया गया। चैम्पियनशिप का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने किया। इस अवसर पर प्रदेश के खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राम सकल गूजर, पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मुकेश मेश्राम, एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश कुमार अवस्थी, महासचिव श्री मुनव्वर अंजार सहित अन्य खेल प्रेमी व देश के विभिन्न प्रांतों से आये दिव्यांग प्रतिभागी उपस्थित थे। विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के प्रथम नागरिक के नाते वे अन्य प्रदेशों से आये प्रतिभागियों का स्वागत करते हैं तथा इस बात पर प्रसन्नता जतायी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में विशेष लोगों के लिए दिव्यांग शब्द प्रयोग करने की पहल की है। केन्द्र एवं राज्य सरकार विकलांगों के विकास के लिए कार्य कर रही है। समाज भी ऐसे लोगों के प्रति जागरूकता पैदा करने की अग्रणी भूमिका निभाये। उन्होंने कहा कि मन की मजबूत इच्छाशक्ति एवं आत्मविश्वास से आगे बढ़ा जा सकता है।
श्री नाईक ने कहा कि जूडो में कुशल दिव्यांग लड़के-लड़कियाँ दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। दिव्यांग बच्चों को प्रशिक्षण देना वास्तव में मुश्किल कार्य है। महिलाएं आत्मरक्षा के लिए जूड़ो सीखें। इससे जहाँ एक ओर हिम्मत मिलेगी वहीं स्वयं की सुरक्षा भी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा में जूडो महत्वपूर्ण है।
राज्यपाल ने कहा कि सर लुईस ब्रेल ने दृष्टिबाधित होते हुए ब्रेल लिपि की खोज की। हेलेन केलर जो स्वयं देखने और सुनने की शक्ति से वंचित थी उन्होंने विकलांगता पर विजय प्राप्त करके एवं रचनात्मक कार्यों में रूचि लेकर पूरे विश्व में नाम कमाया। सुश्री अरूणिमा सिंह व लखनऊ की श्रीमती कामिनी श्रीवास्तव की बात करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीमती कामिनी दोनों हाथों से नि:शक्त हैं, फिर भी शिक्षित है, सरकारी सेवा में हैं तथा पैरों के सहारे कवितायें भी लिखती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तित्व वास्तव में प्रेरणा प्राप्त करने योग्य हैं।
खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राम सकल गूजर ने कहा कि यह जूडो प्रतियोगिता पूरे देश और समाज में एक संदेश देने का अच्छा प्रयास है। राज्य सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभावान प्रतिभागियों को भी आगे आने का अवसर मिलना चाहिए।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने जूडो खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कर एवं उनको पुष्प गुच्छ देकर उत्साहवर्धन किया।