सपा बोली: कांग्रेस ने दलितों को हाशिए पर रखा

Rajendra-Chaudhryलखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि हमेशा दलितों को अपने वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करने वाली कांग्रेस में इन दिनों अचानक दलित प्रेम उमड़ पड़ा है। आजादी के 68 सालों तक कांग्रेस ने दलित नेतृत्व को कभी उभरने नही दिया। गाँधीजी के दबाव में डा0 अम्बेडकर को संविधान सभा में जगह मिली थी। अंतिम समय तक वे उपेक्षा का दंश सहते रहे। आज कांग्रेस को डा0 अम्बेडकर की जरुरत लग रही है।
उत्तर प्रदेश में हमेशा कांग्रेस ने दलितों को हाशियें पर रखा। उनके हक की लड़ाइयाँ समाजवादी ही लड़ते रहे है। कांग्रेस ने दलितों और अल्पसंख्यकों दोनो की सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक उन्नति में कभी रुचि नही ली। उनके लिए सिर्फ घडिय़ाली आँसू ही बहाए जाते रहे हैं। कांग्रेस इन दिनों सत्ता खोकर बिलबिलाई हुई है। उसके हाथ से केन्द्र के अलावा एक-एक कर राज्य भी निकलते गए हैं।
लखनऊ में कल (गुरुवार 18 फरवरी 2016) कांग्रेस ने दलितों के नाम पर एक दिखावटी जमावड़ा किया और उसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष खास मेहमान बने। उन्हें कांग्रेस में दलितो की उपेक्षणीय भूमिका पर बोलना था पर वे चुनाव के हवाई दौर में पहुँच गए और मुंगेरी लाल के हसीन सपनों में खोए हुए जनाब बताने लगे कि अगली सरकार उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की होगी यह बात पर्ची लिखकर जेब में लोग डाल लें। उनकी सभा में तो कांग्रेसी ही थे वे चाहे जितनी पर्ची लिख ले कम से कम उनकी सरकार तो बनने वाली नही है, यह वे सभी जानते हैं।
बेहतर होता कांग्रेस उपाध्यक्ष को भी अपनी जेब में यह लिखकर डाल लेना चाहिए कि उत्तर प्रदेश में अगली सरकार कांग्रेस की नही श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार की ही बनेगी। उन्हें यह जान लेना चाहिए कि जनता की नजर में कांग्रेस अब एक खोई हुई पहचान है। जिस दलित और अल्पसंख्यक वोट को वह लुभाने की कोशिश कर रहे है उन्हें यह अच्छी तरह मालूम है कि यह सब दिखावा है।सच तो यह है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार पर जनता को पूरा भरोसा है। इस सरकार ने जनहित की जितनी योजनांए बनाई हैं उनसे समाज का हर वर्ग लाभान्वित हुआ है। गाँव गरीब, पिछड़ों, नौजवानों सभी के लाभ की योजनांए लागू की है। समाजवादी सरकार के चार वर्षो में विकास को नई गति मिली है। श्री अखिलेश के विश्वसनीय नेतृत्व के कारण प्रदेश की जनता किसी और के बारे में सोचने नही जा रही है। उसने पहले से ही तय कर रखा है कि उसे श्री अखिलेश यादव का नेतृत्व और समाजवादी सरकार का विकास एजेंडा चाहिए। कांग्रेस उपाध्यक्ष को यह बात भी एक पर्ची में लिखकर अपनी जेब में डाल लेनी चाहिए।