क्या भारत को भी सीरिया, बगदाद बनाने की मंशा है-आजम खां

azam-khan newलखनऊ फरवरी। उप्र विधानसभा में भी गुरूवार को जाटों को आरक्षण दिए जाने का मामला उठा। बसपा सदस्य गजेन्द्र सिंह ने सरकार से मांग की कि वह सदन से प्रस्ताव पारित कर भारत सरकार को भेजे। सरकार की ओर से यह कहा गया कि प्रस्ताव पहले ही जा चुका है और भारत सरकार संसद में नया कानून बनाये। संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने केन्द्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के समय हरियाणा में जाट आरक्षण का भाजपा ने वायदा किया था। लेकिन जब जाटों ने इसकी मांग की तो सेना का इस्तेमाल शुरू कर दिया और अपने लोगों को गोली से मरवा दिया। उन्होंने कहा कि क्या भारत को भी सीरिया, बगदाद बनाने की मंशा है। उन्होंने कहा कि जाट आरक्षण पर केन्द्र सरकार संसद में कानून ला सकती है।
जाट आरक्षण का मुद्दा बसपा सदस्य गजेन्द्र सिंह ने कार्य स्थगन प्रस्ताव के जरिये यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि पूर्व में बसपा सरकार ने जाटों को आरक्षण देने के लिए सदन से प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा था। अब यह सरकार भी सदन में प्रस्ताव लाये और उसे पारित कराकर पुन: केन्द्र को भेजे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि भारत सरकार ने जाटों को ओबीसी में डाला था लेकिन सर्वोच्च न्यायालय उसे खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि चूंकि प्रस्ताव वहां अभी विचाराधीन है और उसे निस्तारित नहीं किया गया है इसलिए दोबारा प्रस्ताव भेजने का कोई औचित्य नहीं है। वहीं
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