कांस फिल्म समारोह में छाया उप्र

sonamलखनऊ मई। अंतर्राष्ट्रीय कांस फिल्म समारोह में भारतीय पैविलियन में उप्र की नयी फिल्म नीति पर परिचर्चा भी हुई। दुनिया भर से आए फिल्मकारों को प्रदेश की खूबियों और नयी फिल्म नीति के तहत प्रदान की जा रही सुविधाओं तथा सब्सिडी योजना के बारे में बताया गया। प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय टै्रवेल गाइड संस्था लोनली प्लैनेट ने उत्तर प्रदेश को बेस्ट इण्डियन डेस्टिनेशन फॉर कल्चर अवॉर्ड के लिए चयनित करते हुए यह पुरस्कार प्रदान किया गया। उप्र की फिल्म नीति को 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने मोस्ट फिल्म फ्रेण्डली स्टेट के तहत स्पेशल मेंशन का सर्टिफिकेट प्रदान किया है।
उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के उपाध्यक्ष गौरव द्विवेदी,सदस्य विशाल कपूर व यशराज सिंह ने फिल्मकारों को यह जानकारी दी गई। इस मौके पर सुप्रसिद्ध फिल्म निर्देशक सुधीर मिश्रा ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए प्रदेश की नयी फिल्म नीति की खूबियों के बारे में बताया।
प्रवक्ता ने कहा कि फ्रांस स्थित कांस में 22 मई तक कान्स फिल्म समारोह 2016 का आयोजन चल रहा है। दुनिया के इस सबसे मशहूर फिल्म महोत्सव में प्रदेश की फिल्म नीति की चर्चा एक उपलब्धि है। इससे देश ही नहीं दुनियाभर के फिल्मकार राज्य में फिल्म निर्माण हेतु आकर्षित होंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार राज्य में बनने वाली फिल्मों को 03 करोड़ 75 लाख रुपए तक अनुदान देती है। राज्य के कलाकारों के लिए स्पेशल इंसेंटिव तथा प्रदेश में फिल्म प्रोडक्शन एवं पोस्ट प्रोडक्शन कराए जाने पर अतिरिक्त अनुदान भी देती है। उन्होंने कहा कि राज्य के युवा कलाकारों को अपनी प्रतिभा के विकास का अवसर देने के लिए एफटीआईआई पुणे और सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, कोलकाता में प्रशिक्षण पर छात्रवृत्ति की व्यवस्था भी राज्य सरकार द्वारा की गई है।
प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ताज महल जैसी ऐतिहासिक और अनूठी इमारत है। पूरे विश्व के पर्यटक इस इमारत का दीदार करना चाहते हैं। इसी प्रकार वाराणसी, सारनाथ, कुशीनगर, कौशाम्बी, इलाहाबाद, हस्तिनापुर, लखनऊ जैसी दुनिया में मशहूर ऐतिहासिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व के स्थल यहां मौजूद हैं जो फिल्म निर्माण के लिए आकर्षक लोकेशन हो सकते हैं।
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