उप्र में आम की बंपर फसल की संभावना

mango aamलखनऊ मई। मौसम का मिजाज उप्र की फल पट्टी के लिए फिलहाल ठीक नजर आ रहा है यदि मौसम अगले दो हफ्ते नहीं बिगड़ता है तो आम की पैदावार बढ़ेगी। इस साल उप्र की ढ़ाई लाख हेक्टेयर में फैली 20 फल पट्टियों में 50 लाख मीट्रिक टन से अधिक आम के उत्पादन की संभावना है। उप्र से मलिहाबादी नवाब ब्रांड के साथ सहारनपुरी आमों का दुबई, कुवैत, बहरीन, ओमान, अरब, जापान अमेरिका, आस्ट्रेलिया व कतर को निर्यात किया जाता है। इन देशों में दशहरी, लंगड़ा और चौसा प्रजातियों की मांग है। अमेरिका व रूस ने भी भारतीय आम खरीदने में दिलचस्पी दिखायी है। आम उत्पादकों का कहना है कि इस साल अभी तक आंधी तूफान कम आए हैं जिससे नुकसान कम हुआ है लेकिन लगातार सूखे के कारण सिंचाई खर्च बढ़ा है। उप्र मंडी परिषद आम उत्पादकों को पैका हाउस की सुविधा दी है। मंडी निदेशक डा.अनूप ने बताया कि आम निर्यातकों को अनुदान भी दिया जाता है। इसके अलावा निर्यात के लिए जरूरी प्रमाण पत्रों का इंतजाम भी किया जाता है। मलिहाबाद के प्रसिद्ध आम विशेषज्ञ पदमश्री कलीमुल्ला भी बेहतर फसल की उम्मीद कर रहें है। उन्होने कहा कि आम की अच्छी फसल से पिछले सालों में घाटा उठाने वाले किसान को राहत मिलने के साथ मंहगाई भी काबू में रहेगी।
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