दी ममता रिटन्र्स: जनता के भावनाओं की सही व्याख्या

naziकोलकाता। माँ माटी मानुष की शानदार जीत पर अधिवक्ता नाजिया इलाही खान ने पश्चिम बंगाल की जनता और मुसलमानों को बधाई देते हुए कहा कि जनता ने अपने निर्णय से सभी राजनीतिक अवसरवादियों को उनकी औकात याद दिल दी है और श्रीमती ममता बनर्जी को एक ऐसा शानदार जनादेश दिया है जिसके जरिए पश्चिम बंगाल को विकास की राह पर सरपट दौड़ा सकती हैं।
फोरम फार आरटीआई एक्ट की प्रमुख ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 294 में से 212 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस की शानदार जीत को धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र, विकास, ममता बनर्जी की जनता दोस्ती, मुसलमानों की जीत बताया और कहा है कि माकपा और कांग्रेस के नापाक गठबंधन को जनता ने अपने निर्णय से पारा पारा कर दिया है और यह साबित कर दिया है कि अवसरवाद के तहत कुछ सीटों और सत्ता की वासना में सिद्धांतों से समझौता करने वालों को पश्चिम बंगाल की जनता कभी चयन नहीं कर सकती है।
चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद यहां जारी अपने बयान में सुश्री खान ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ऐसी ही जीत की हकदार थी पिछले 5 वर्षों में उसने वह काम किया है जो भारत के किसी भी राज्य में नहीं हुए थे। केवल मुसलमानों और अल्पसंख्यकों के विकास के संबंध में ममता बनर्जी के कदम ने उन्हें मुसलमानों के वोट का हकदार बना दिया था और मुसलमानों ने उन्हें वोट देकर उनके एहसान का जवाब एहसान से दिया है। हालांकि कुछ अवसरवादियों ने नापाक राजनीतिक गठबंधन का सहारा ले कर मुसलमानों को गुमराह करने की प्रयास की थी, परन्तु पश्चिम बंगाल के मुसलमानों की राजनीतिक दृष्टि ने उन सब को खारिज कर के काम करने वालों को चुना है।
खान ने कहा कि बंगाल की राजनीति से परिचित लोगों के लिए यह अनुमान लगाना तो मुश्किल नहीं था कि कुल 294 सीटों पर अकेले लडऩे वाली ममता बनर्जी को कम से कम इस बार वाम मोर्चे और कांग्रेस के लिए मिलकर हराना संभव नहीं होगा लेकिन कोई यह नहीं सोच पाया था कि ममता को 2011 के 184 के मुकाबले इस 2016 में 212 सीटें मिलेंगी। इससे यह भी पता चला है कि पश्चिम बंगाल के कम्युनिस्टों की गलतियों को पांच साल बाद भी जनता भुला नहीं पाई है। इस गठबंधन को ना केवल खारिज किया है बल्कि वाम मोर्चा को केवल 27 सीटों तक सिमित कर दिया है जबकि कांग्रेस के सपने को केवल 42 सीटों के सख्त पत्थर से चकनाचूर कर दिया। यह दोनों दलों के उन के उन पापों की सज़ा है जो उन्होंने जनता के साथ किया था ।