मोदी बोले: अफ्रीका दौरा तीर्थ यात्रा की तरह

Narendra_Modi_डरबन, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साउथ अफ्रीका के अपने दूसरे दिन के दौरे में प्रेंट्रिच रेलवे स्टेशन से पीटरमेरित्जबर्ग स्टेशन तक का सफर किया। ये वही स्टेशन है, जहां महात्मा गांधी को अपमानित कर उन्हें ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया था। डरबन के पीटरमारिट्जबर्ग रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यहां पर यात्रा करने बेहद सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि दोनों देश मिलकर लोगों के सपने को साकार करेंगे क्योंकि यहीं से महामानव की यात्रा शुरू हुई थी। उन्होंने कहा कि मैने वहां से रेल यात्रा की शुरूआत की जहां पर मोहनदास नाम के वकील को फेंक दिया गया था। लेकिन, वकील के रूप में उस मोहनदास की वह अंतिम यात्रा थी। लेकिन उनकी महात्मा के रूप में उनकी वहां से एक नई यात्रा की शुरूआत हुई। महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला भविष्य की पीढियों को हमेशा प्रेरणा देती रहेगी।
उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका एक लंबी लड़ाई लड़ी है और भारत उस संघर्ष का हिस्सा रहा है। आज भारत और दक्षिण अफ्रीका कंधे से कंधा मिलाकर विकास के लिए काम कर रहा है। इसके आगे मोदी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका की यात्रा उनके लिए एक तीर्थ यात्रा बन गई है क्योंकि वे वहां पर उन तीनों जगहों पर गए जो भारतीय इतिहास और महात्मा गांधी के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है।
इसके बाद मोदी ने साउथ अफ्रीका के मारिट्जबर्ग में ‘द बर्थ प्लेस ऑफ सत्याग्रहÓ नाम से लगायी गई एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद पीएम ने वहां पर कार्यक्रम में मौजूद लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि सदियां बीत गई लेकिन आज भी ये याद है कि जिसे प्रदर्शनी बनाया गया है इस वेटिंग रूप में महात्मा गांधी ने अपनी एक रात गुजारी थी।

आपको बता दें कि पीटरमेरित्जबर्ग वही स्टेशन है जहां 7 जून1893 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को ब्लैक इंडियन कहकर ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया था। उस रात की कहानी को याद करने के लिए पीएम मोदी ठीक उसी जगह पहुंचे जहां महात्मा गांधी का अपमान हुआ था।