10 हजार बाइकर्स के साथ रोड शो करेंगी सोनिया गांधी

sonia roadलखनऊ। अखिल भारतीय कंाग्रेेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी 2 अगस्त को वाराणसी में 10 हजार बाइकर्स के जुलूस की अगुवाई करते हुए शहर में दाखिल होंगी। सोनिया गांधी 12 साल बाद वाराणसी आ रहीं है। इसके पहले विपक्ष में रहते हुए 2004 में वह वाराणसी आयीं थी। सोनिया गांधी दो अगस्त को ही शाम को काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करेंगीं।
सावन के महीने में काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन का खासा महत्व है। देश भर से कंवडिय़े यहां पहुंच रहें है। सोनिया ने विपक्ष में रहते हुए 2003 में काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच कर ज्योर्तिलिंग के दर्शन किये थे। सोनिया गांधी मंगलवार को 11 बजे सुबह वाराणसी पहुंचेंगी। बाबतपुर एयरपोर्ट से सर्किट हाउस तक के बीस किलोमीटर के सफर में उनका काफिला 10 हजार मोटरसाइकिलों के साथ शहर की ओर आगे बढ़ेेगा। मोटर साइकिल जुलूस सर्किट हाउस पहुंच कर समाप्त हो जाएगा। एक बजे दिन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ससंदीय क्षेत्र में रोड शो के लिए निकलेंगीं। वह शहर में करीब 11 किलोमीटर के उनके रोड शो की योजना इस तरह बनायी गई ताकि ज्यादा से मुस्लिम बाहुल इलाकों शामिल हो जाएं। उनके रोड शो का आधा हिस्सा मुस्लिम मोहल्लों को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है।
प्रदेश कंाग्रेस कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने बताया कि रोड शो कार्यक्रम सर्किट हाउस से शुरू होगा। यह अंधरा पुल, पीलीकोठी, मैदागिन, कबीरचौरा होते हुए कमलापति त्रिपाठी स्मारक पर समाप्त होगा। कमलापति त्रिपाठी स्मारक पर मौजूद जनसमुदाय केा सम्बोधित करेंगीं। इसके बाद सर्किट हाउस पहुंचेंगीं। शाम 5.35 पर वह काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करेंगीं। जिसके बाद वापस बाबतपुर हवाईअड्डे से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी।
गौरतलब है कि विपक्ष में रहते मंदिरों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया व उपाध्यक्ष राहुल गांधी दर्शनपूजन को अपने राजनीतिक कार्यक्रम में लगातार शामिल कर रहें है। इसके पहले सोनिया गांधी ने उत्तराखंड के दौरे में लाखा मंडल मंदिर व बागेश्वर के रूद्रहरि मंदिर में दर्शन पूजन किये थे। जबकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर और मथुरा दौरे के समय बांके बिहारी मंदिर में दर्शन पूजन किया था। वाराणसी में कांग्रेस के पास एक विधानसभा सीट है। पिंडरा से अजय राय विधायक है। बाबतपुर से वाराणसी शहर के बीच का क्षेत्र अजय राय का है। अजय राय को कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ 2014 में वाराणसी में उम्मीदवार बनाया था।