नई दिल्ली। देश के के कई राज्य भारी बारिश के चलते बाढ़ का सामना कर रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आज ओडिशा में भारी बारिश हो सकती है। ओडि़शा के विभिन्न हिस्सों में पिछले दो दिनों में बिजली गिरने से कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई है। सबसे अधिक आठ लोग भद्रक जिले में मारे गए, जबकि सात लोगों की मौत बालेश्वर जिले में, पांच की खुरदा और तीन की मौत मयूरभंज में हुई। बाकी लोगों की मौत अन्य जिलों में हुई है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विशेष राहत आयुक्त को पीडि़तों के परिजनों को सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
तटीय आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में भारी बारिश हो सकती है। देश के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में बाढ़ की वजह से हाल बेहाल है।असम, मेघालय, बिहार और पश्चिम बंगाल में हालात बेहद खराब हैं।
बिहार में बाढ से 12 जिलों की 27.50 लाख आबादी प्रभावित हुई है तथा 26 लोगों की जानें गयी हैं। महानन्दा, बखरा, कंकई, परमार, कोसी एवं अन्य नदी में बाढ से बिहार के 12 जिलों पूर्णियां, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर एवं पूर्वी चम्पारण के 62 प्रखंडों के 2162 गांव की 27.50 लाख आबादी प्रभावित हुई है। असम में भी बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित है।
पूर्वोत्तर राज्यों में असम बाढ़ से ज्यादा प्रभावित है। राज्य के 21 जिलों में लोग बाढ़ से संबंधित परेशानियों का सामना कर रहे हैं। अब तक कुल 29 लोगों की मौत हुई है और करीब 21 लाख लोगों को बेघर होना पड़ा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हवाई सर्वेक्षण कर असम सरकार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
भारी बारिश की वजह से पूर्वांचल के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने के बाद यूपी के सीमावर्ती जिलों में हालात ज्यादा खराब हैं। महाराजगंज , सिद्धार्थनगर ,कुशीनगर और गोरखपुर में हालात ज्यादा खराब है। गंगा समेत कई बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।