पुलिस से खफा दलित बच्चे: स्वतंत्रता दिवस का किया बहिस्कार

15-august-independence-dayबागपत। पुलिस के खिलाफ इस बार दो सौ दलित बच्चे स्वतंत्रता दिवस नहीं मना रहे हैं। बागपत में पुलिस के खिलाफ लोग अपने-अपने ढंग से विरोध भी जाहिर करने लगे हैं। चमड़ा व्यापारी के आठ साल के बेटे क्रिश के हत्यारों का 20 दिनों बाद भी सुराग नहीं लगा है। इससे नाराज दलित समाज के लोगों ने पंचायत कर अपने दो सौ बच्चों को स्वतंत्रता दिवस पर स्कूल नहीं भेजने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि जब तक कातिल नहीं पकड़े जाते हैं उनकी नाराजगी जारी रहेगी।
भड़ल गांव में कल पंचायत में मृतक कृश के दादा ईश्वर सिंह ने कहा कि बागपत सहित कई जिलों का अमला बदमाशों को पकडऩे में लगाने का दावा किया जा रहा है, फिर भी वे हाथ नहीं आए। ओमपाल सिंह ने कहा कि चमड़ा व्यापारी को न्याय नहीं मिला है, इस कारण वह अपने बच्चों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्कूल में नहीं भेजेंगे। पंचायत ने सहमति जताते हुए फरमान सुना दिया कि दलित समाज के गांव में 200 बच्चे हैं, वे कतई स्कूल नहीं जाएं और स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रमों में शामिल नहीं हों। इस मौके पर क्रिश के पिता चमड़ा व्यापारी रविंद्र ने कहा कि वह अब तक पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। वह मामले में जल्दी ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से गुहार लगाएंगे। रामपाल सिंह, कंवरपाल, भोपाल, दीपक, नरेंद्र, प्रताप आदि लोग पंचायत में शामिल रहे।