हजारों राज्यकर्मी सड़क पर उतरे, पुलिस से हुई झड़प

logo
लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के तत्वावधान में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये हजारों की संख्या में राज्यकर्मचारियों ने अपनी 15 सूत्रीय मांगो को लेकर लक्ष्मण मेला मैदान में जोरदार प्रदर्शन कर हुंकार भरी जिसके बाद कर्मचारी जब विधान सभा की तरफ कूच करने लगे तो पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया। इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प भी हुई महारैली में शामिल हुए कर्मचारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौपा। संगठन के अध्यक्ष ई. हरि किशोर तिवारी ने महारैली को सम्बोधित करते हुए प्रदेश सरकार से केन्द्रीय कर्मचारियों के समान भत्ते दिये जाने, रिजवी समिति की संस्तुतियों तथा उन संवर्गो की वेतन विसंगतियों जिनकी संस्तुति समिति द्वारा नही की गयी है, उसको दूर करने, फील्ड कर्मचारियों को वाहन भत्ता दिये जाने, पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल किये जाने, ठेकेदारी प्रथा पूरी तरह समाप्त किये जाने, संचित अवकाश के दिवसों की सं या 600 किये जाने, ग्रेच्युटी की सीमा बढ़ा कर 15.00 लाख किये जाने, तकनीकी योग्यता धारक को 4800 ग्रेड वेतन तथा गैर तकनीकी संवर्ग को जिनकी योग्यता स्नातक है, को न्यूनतम ग्रेड वेतन 4600 दिये जाने, 8, 16, 20 वर्षो की सेवा पर तीन प्रोन्नतियां या तदनुरूप ग्रेड वेतन स्वीकृत किये जाने, एसीपी में धारित पद की बाध्यता समाप्त किये जाने, उच्च पदों पर परिवीक्षा अवधि पूर्णतया समाप्त करने, जून 1991 के बाद नियुक्त दैनिक वेतन भोगी, वर्कचार्ज व कार्य प्रभारित कर्मचारियों को विनियमितीकरण किये जाने तथा पूर्व में की गयी सेवाओं को जोड़ कर सेवा लाभ/पेंशन प्रदान किये जाने, सभी कर्मचारियों को उच्च चिकित्सीय संस्थानों में नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान किये जाने, चतुर्थ श्रेणी के पदों पर बन्द भर्ती पुन: शुरू करने, निगमों में कार्यरत कर्मचारियों को छठां वेतनमान लागू करने तथा सार्वजनिक उद्यम ब्यूरो से मुक्त करने अधिवर्षिता आयु 62 वर्ष करने, जीपीएफ के रखरखाव का कार्य महालेखाकार इलाहाबाद से वापस लेकर प्रत्येक कार्य के लिए पासबुक को वैधानिकता प्रदान करने सहित 15 सूत्रीय मांगों पर शासन स्तर पर कोई ध्यान न देने पर गहरा असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मांगे न माने जाने पर अग्रिम बड़े आन्दोलन छेडऩे की घोषणा किये जाने के लिए प्रान्तीय नेतृत्व को अधिकृत किया गया है। परिषद पूरी तरह से आरपार की लड़ाई के लिए तैयार है।