यूपी पुलिस हुई हाईटेक: अब ट्विटर पर करें शिकायत

twiterलखनऊ (आरएनएस)। यूपी पुलिस अब ट्विटर के जरिये शिकायतें दूर करेगी। प्रदेशव्यापी ट्विटर सेवा गुरुवार को महानगर स्थित पुलिस रेडियो मुख्यालय सभागार में डीजीपी जावीद अहमद की मौजूदगी में लांच की गई। इस दौरान ट्विटर इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट रिशी जेटली और सीईओ रहील खुर्शीद के साथ एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी, आईजी जोन लखनऊ ए सतीश गणेश सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। अब पुलिस ट्विटर के जरिए जनशिकायतों का निपटारा करेगी।
पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने बताया कि पुलिस द्वारा ट्विटर के जरिए पहले से ही जनशिकायतें सुनी जा रही थीं और इसके निस्तारण में सफलता भी मिली। इसको देखते हुए ट्विटर इंडिया ने उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए ट्विटर सेवा लांच की है। उत्तर प्रदेश भारत का पहला ऐसा राज्य होगा जिसमें ट्विटर सेवा का उपयोग पूरे राज्य के समस्त जिलों में पुलिस द्वारा किया जाएगा।
डीजीपी ने बताया ट्विटर पर शिकायत दर्ज होने के बाद प्रत्येक शिकायत का एक कोड जनरेट होगा जिसके आधार पर उनको ट्रैक किया जाएगा। ट्विटर सेवा के द्वारा इस मुख्यालय से विभिन्न जिलों को प्रेषित किये जा रहे जन शिकायतों के निस्तारण की प्रगति की समीक्षा करने में मदद मिलेगी। शिकायतों का समयबद्ध एवं त्वरित निस्तारण के लिए जिलों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।

जनता को तुरंत मिलेगा रिस्पॉन्स
ट्विटर इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट रिशी जेटली ने बताया ट्विटर इंडिया ने यूपी पुलिस को शिकायतों को ट्रैक करने के लिए विशेष ट्रैकिंग सॉफ्टवेअर अलग से बनाया है। यह ट्विटर सेवा विशेष रुप से लोगों की शिकायत दर्ज करने के लिए बनायी गयी है, जिसके जरिए शिकायतों के निस्तारण पर भी नजर रखी जाएगी। इससे जनता को तुरंत रिस्पॉन्स मिलेगा।

शिकायतकर्ता को दिया जाएगा एक कोड
वहीं, सीईओ राहील खुर्शीद ने बताया इस सुविधा के लिए अलग से ट्विटर सेल को बनाया गया है, जहां सोशल मीडिया पर शिकायत करने वालों को शिकायतों का त्वरित निस्तारण दिया जाएगा। शिकायत करने वाले की जानकारी के आधार पर मामले की जांच संबंधित पुलिस थाने को भेजी जाएगी। ट्विटर सेवा का सॉफ्टवेअर ऐसा पटल है जहां शिकायत करने पर शिकायतकर्ता को एक कोड दिया जाएगा जो हर जिले के पास भेजा जाएगा।

75 जिलों के पुलिस कर्मी लेंगे ट्रेनिंग
ट्विटर के शुभारम्भ के दौरान डीजीपी जावीद अहमद ने बताया इसके लिए बकायदा दो दिन की वर्कशॉप का आयोजन किया गया है, जिसमें सभी 75 जिलों के प्रतिनिधि इसकी कार्यप्रणाली को समझेंगे और ट्रेनिंग लेंगे। यह सुविधा लोगों की मदद करेगी। यह सेवा हमें इस जानकारी को हासिल करने में मदद करेगी कि कितनी शिकायतों का निपटारा किया गया और कितनों की सुनवाई नहीं हुई है।

शिकायत ऑनलाइन होगी ट्रैक
डीजीपी ने बताया इस सेवा के जरिये शिकायतकर्ता को एक कोड मिलेगा उसके जरिये शिकायत को ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकेगा। जिला स्तर पर इस सेवा के लिए जिस ऑफिस को चिन्हित किया जाएगा उसके इन शिकायतों को तीन वर्ग में अलग करना होगा। शिकायतकर्ता अपनी शिकायत दर्ज कराये जाने के बाद उस मामले में क्या कार्यवाही की गई और किस चरण पर यह मामला है उसे ऑनलाईन ट्रैक कर सकता है।

देश में पहला राज्य यूपी जहां पूरे प्रदेश में यह सेवा हुई शुरू
अभी तक यह सेवा बेंगलूरू में एक सीमित क्षेत्र में ट्विटर सेवा लांच की गयी है। अब यहां भी पासपोर्ट, विदेश, रेलवे और वाणिज्य मंत्रलयों की तरह यह सेवा मिलेगी। डीजीपी ने बताया कि जनशिकायतों को व्यवस्थित ढंग से निस्तारित किये जाने के लिए ट्विटर पर आधारित कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट प्लेटफार्म है। इसके जरिए शिकायतों को संबंधित जिलों में प्रेषित किया जाएगा। लेकिन उत्तर प्रदेश देश में पहला राज्य है जहां पूरे प्रदेश में यह सेवा एक साथ शुरू की गई है।