भारतीयों का नया शगल है व्हिस्की: रम, वोदका कम पसंद

wiskyबिजनेस डेस्क। अब ड्रिंक्स के चुनाव में भारतीयों की सोच बदल गई है। इस बात की पुष्टि ड्रिंक्स के वरायटी की बिक्री के आंकड़े कर रहे हैं। 2014-15 के में रम और वोदका जैसे शराब की बिक्री में तेजी से कमी आई है, जबकि व्हिस्की की बिक्री बढ़ी है। स्वाद में बदलाव और बेहतर लाइफ स्टाइल के लिए वाइन और बीयर की बिक्री बढ़ी है। युवा पीढ़ी ‘टकीलाÓ की ओर झुकी है, इस कारण से 2014-15 में बिक्री में कमी आई है।
भारतीय वाइन कंपनी के फ्रैटली वाइंस के डायरेक्टर कपिल सेखरी ने कहा, ‘वो दिन गए जब घर वालों के डर से युवा अपने दोस्त के यहां रुकते थे और उनसे छिपकर व्हिस्की या रम पीते थे। इन दिनों सोशल मीटिंग्स में बात-चीत के दौरान सॉफ्ट अल्कोहल जैसे वाइन या बीयर का प्रचलन है।’
वाइन की बात करें तो, 2014-15 में बिक्री में 17 फीसद की वृद्धि हुई जो कि इस सेग्मेंट में सबसे अधिक थी। अधिक मांग की वजह से इस अवधि के दौरान शैंपेन की बिक्री में भी वृद्धि देखी गई।सादा वोदका की तुलना में फ्लेवर वाले वोदका कैटेगरी की बिक्री में बढ़त है। ऐसा ही रम के साथ भी हुआ है। 2014-15 में फ्लेवर वाले रम की बिक्री में 45 फीसद की बढ़त देखी गaई।भारत निर्मित विदेशी शराब व व्हीस्की के बिक्री ट्रेंड से यही पता चलता है कि अब भारतीय मात्रा की तुलना में गुणवत्ता पर ध्यान देने लगे हैं।