हाथ से लिख कर मुलायम सिंह ने बनाया अमर सिंह को महासचिव

amar-singhलखनऊ। उप्र में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने राज्यसभा सदस्य अमर सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है। मुलायम सिंह ने यह पत्र खुद अपने हाथ से लिख कर जारी किया है। प्रोफेसर राम गोपाल यादव पहले से सपा के राष्ट्रीय महासचिव थे। अब पद के मामले में अमर सिंह उनके बराबर हो गए हैं।
अमर सिंह की महासचिव के रूप में नियुक्ति से पूरी पार्टी को सांप सूंघ गया। यह नियुक्ति मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गले से नीचे नही उतरने वाली है। उन्होने अपना फोन बंद कर लिया। वे पहले ही अमर सिंह को बाहरी और परिवार में मतभेद पैदा करने वाला कह चुके है। प्रो.राम गोपाल यादव और मंत्री आजम खां को अमर सिंह के धुर विरोधी है। प्रो.राम गोपाल के फिरोजाबाद से सांसद बेटे अक्षय ने एक दिन पहले ही अमर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
मंगलवार को खुशनुमा सुबह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उत्साहित नजर आ रहे थे। उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और आम जनता यह सुन ले कि समाजवादी परिवार वैसा ही है जैसा पहले था। हम एकजुट होकर सांप्रदायिक शक्तियों से निपटने के लिए चुनाव में जा रहे हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सामने सांप्रदायिक शक्तियों से निपटने की चुनौती है। पूरा समाजवादी परिवार एक जुट होकर तैयार है। कुछ ताकतें किसी दूसरे रास्ते से घुसने की फिराक में हैं। किसी भी सूरत में सांप्रदायिक शक्तियों के मंसूबे पूरे नहीं होने दिया जाएंगे। हमारी कोशिश होगी कि एक बार फिर प्रदेश में सपा सरकार बने।
लेकिन, करीब तीन बजे अमर सिंह को महासचिव बनाने की खबर के बाद पूरा माहौल बदल गया। मुलायम सिंह ने अमर सिंह को महसचिव बनाने के लिए जो पत्र लिखा है उसमें उप्र के विधानसभा की खास जिम्मेदारी का भी जिक्र है। सपा में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले फेरबदल का दौर जारी है। पहले शिवपाल को प्रदेश का अधयक्ष बनाया गया, अब अमर सिंह का कद भी बढ़ा दिया गया है।
नौजवान है नाराज कैसे चुनाव लड़ेगी सपा
प्रदेश में बहुमत की सरकार के बावूजद समाजवादी पार्टी सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश व उनके चाचा शिवपाल के बीच संघर्ष जारी है। अखिलेश की कोर टीम के नौजवानों को बाहर निकालने के बाद जिलों में युवा संगठनों के पदाधिकारी बड़े पैमाने पर इस्तीफे दे रहें है। प्रदेश अध्यक्ष ने युवा संगठनों के प्रदेश व जिला अध्यक्षों के इस्तीफे स्वीकार भी कर रहें है। युवाओं की नाराजगी से पार्टी की चुनावी तैयारियों पर पानी फिर जाएगा।

मुलायम की आजमगढ़ रैली से तय होगा कलह का जनता पर असर
सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह की 6 अक्टूबर को आजमगढ़ में रैली है। इस रैली से पार्टी की दिशा का संकेत मिल जाएगा। यह भी तय हो जाएगा कि पार्टी में चल रही उठापटक का क्या असर इसके समर्थकों पर पड़ रहा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कमरकस ली है। आजमगढ़ सहित पूर्वांचल के 15 जिलों के जिला अध्यक्षों महासचिवो, विधायको तथा प्रत्याशियों की बैठक में शिवपाल ने सभी नेताओं और पदाधिकारियों को एकजुट होकर काम करने और चुनाव की तैयारी के लिये बूथ स्तरीय गठन मजबूत तथा सक्रिय बनाने के लिए कहा है।