चैरिटी के नाम पर आतंकी नींव को मजबूत करने में लगा पाक

nawaz-1नई दिल्ली आरएनएस)।  पाकिस्तान दान-पुण्य यानि चैरिटी के नाम पर आंतक की बुनियाद मजबूत करने में लगा है। मानवता के खिलाफ पाकिस्तान के इस खूंखार चेहरे को भारत बेनकाब करने वाला है। आतंक को हो रही फंडिंग के मुद्दे पर पेरिस में आज रविवार से शुरू हो रही मीटिंग में भारत, पाकिस्तान के आतंक समर्थन का कच्चा चि_ा सामने रखेगा। पाकिस्तान के बारे में भारत यह खुलासा ऐसे वक्त करने जा रहा है, जब 190 देशों के फाइनेंसियल एक्शन टॉस्क फोर्स (एफएटीएफ), संयुक्त राष्ट्र और बहुपक्षीय एजेंसियों के प्रतिनिधि एक साथ मौजूद होंगे। भारतीय प्रतिनिधियों का समूह लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा (जेयूडी) और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों को पाकिस्तान में चैरिटी के नाम पर फंड जुटाने की मिली खुली छूट को सामने रखेगा। इतना ही नहीं भारत हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के नाम पर किए गए धन संग्रह को भी सामने लाएगा। वहीं, पाकिस्तान उस पर लग रहे आतंक को समर्थन देने के आरोपों से हमेशा की तरह मुकर रहा है। पाकिस्तान का दावा है कि उनके देश में इन संगठनों के कार्यों की निगरानी की जा रही है। पाकिस्तान के अनुसार उसने ऐसे   33 व्यक्तियों के बैंक खाते भी सीज किए हैं जिनका लश्कर, जमात उद दावा और एफआईएफ से वास्ता है। नवाज शरीफ सरकार ने दान के नाम पर धन की मांग के विज्ञापनों और सार्वजनिक रैलियों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश का भी दावा किया है। साथ ही इन संगठनों से जुड़ी वेबसाइटों और टेलीफोन सेवाओं पर रोक लगाने की भी बात कही है। भारतीय अधिकारियों का कहना है कि जमात-उद-दावा और उसकी शाखाएं अभी भी खुले तौर पर सार्वजनिक रैलियों और दूसरे तरीके से पाकिस्तान में धन इक_ा कर रही हैं। बताते चलें कि भारत की ओर से पेरिस में होने वाले इस सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल में गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और अन्य एजेंसियों के अधिकारी शामिल हैं। यह प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन में पीएम मोदी द्वारा आतंक के खात्मे के लिए किए गए प्रयासों को भी सभी देशों के सामने रखेगा।