लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि आज समाजवादी पार्टी की बदहाल विकास यात्रा शुरू हो गई। इसमें ज्यादातर वह लोग शामिल हैं जिनकी चार साल से अधिक समय से दबंगई और भ्रष्टाचार से आमजन मानस त्राहि-त्राहि कर उठा है। इन्हीं लोगों ने सपा मुख्यालय और सपा मुखिया के घर हुड़दंग मचाया था। मायावती की नजर में उत्तर प्रदेश में सपा-भाजपा की मिली भगत है। इस मामले में मायावती ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है।
लखनऊ में जारी एक बयान में मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता इस समय समाजवादी पार्टी की सरकार से बहुत ज्यादा दुखी तथा परेशान है। समाजवादी पार्टी के इस खराब शासन पर बसपा तो लगातार हमले बोल रही है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी का चुप रहना उसको कठघरे में खड़ा कर रहा है। मायावती ने कहा कि भाजपा की इस चुप्पी से साबित हो गया है कि उसकी प्रदेश के सत्ताधारी दल से मिलीभगत है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। मायावती ने कहा कि राज्यपाल राम नाईक का कहना है कि प्रदेश में कोई भी संवैधानिक संकट नहीं। सपा के मामले में भाजपा का बिल्कुल चुप रहना मिलीभगत उजागर कर रहा है।
मायावती ने अखिलेश यादव की रथयात्रा पर भी बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार का दावा है कि उन्होंने साढ़े चार वर्ष में बीस वर्ष का विकास का काम किया है, इसके बाद भी मुख्यमंत्री को रथयात्रा करके अपने विकास का काम को दिखाना पड़े तो साफ हो जाता है कि इनके दावे में कितनी हकीकत है। उन्होंने कहा कि घोषणापत्र लागू करना सपा सरकार का खोखला दावा है।
सपा के बड़े नेताओं में आपसी युद्ध का तनाव सार्वजनिक हो गया है। अब प्रदेश की आम जनता भ्रमित न हो। उन्होंने कहा रथयात्रा का अत्याधिक सरकारीकरण बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि बेहाल मुख्यमंत्री की बदहाल विकास रथयात्रा में बड़ी संख्या में दबंग और हुड़दंग करनेवाले लोग हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सरकारी आवास की मर्यादा पर भी प्रश्न लगाया। मायावती ने कहा कि सीएम आवास की मर्यादा को नही बख्शा गया। सीएम आवास में एक मंत्री ने विधायकों को जमकर पीटा। इस घटना ने गेस्ट हाउस कांड याद दिला दिया है। इससे चंद रोज पहले ही सपा दफ्तर और मुखिया के घर पर हुड़दंगबाजी की गई थी। प्रदेश की जनता ने साढ़े 4 वर्ष से में काफी बड़ा भ्रष्टाचार देखा है। इनके कार्यकाल में प्रदेश में जंगलराज था। अब सपा परिवार में टकराव जारी है।