मुलायम की मांग: पुराने नोटों के लिए मिले एक वीक

mulayam-PTIलखनऊ। केन्द्र सरकार के 500 व 1000 रूपये के नोट बंद करने के फैसले पर गुरूवार को उप्र के दो राजनीतिक दलों के अध्यक्ष ने बेहद सख्त प्रतिक्रिया दी है। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार की नोट बंद करने की घोषणा को कम से कम एक सप्ताह के लिए वापस लेते हुए आम जनता को कुछ मौका दे। बाद में किसी को कोई मौका न दिया जाए। दोनों ने इसका उप्र के विधानसभा चुनाव पर पडऩे वाले असर को लेकर चिंता जतायी।
बौखलायी बसपा अध्यक्ष मायावती ने आरोप लगाया कि ढ़ाई साल के शासन में भाजपा ने 100 साल के राजनीतिक खर्चे का इंतजाम कर लिया है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद रात में ही लोग घरों के बाहर निकले। एलान के बाद देश में भूकम्प जैसे हालात हैं। नोट रात में बंद करना सही कदम नहीं। नोट बंद होने से हाहाकार मचा हुआ है।विशेषज्ञों का कहना है कि बड़े नोट बंद होने से सपा व बसपा के चुनाव खर्च फंड पर असर पड़ा है। जिसके चलते दोनों में बेचैनी है। इनका कहना है कालेधन की समाप्ति से अच्छे उम्मीदवार चुनाव लडऩे की हिम्मत जुटा पाएगें।

बड़े नोटों पर रोक से उप्र का चुनाव हो गया बधिया-मुलायम सिंह
बड़े नोट को बंद करने के फैसले के खिलाफ गुरूवार को सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह व बसपा अध्यक्ष मायावती अपने तर्को के साथ सामने आये। प्रेसवार्ता में मायावती बेहद उग्र अंदाज में थी तो मुलायम सिंह बेहद ठंडे मिजाज से अपनी बात रखी। दोनों की चिंता उप्र के विधानसभा चुनाव थे। नोट के बंद किये जाने से उप्र के चुनाव पर पडऩे वाले फर्क के सवाल पर मुलायम सिंह ने बेहद गंवई अंदाज में कहा कि चुनाव तो असरहीन (बधिया) हो गया। भाजपा को तो बस उप्र का चुनाव दिख रहा है। भाजपा को जनता की कोई परवाह नहीं है। यह लोग किसी भी कीमत पर उप्र के चुनाव में जीत चाहते हैं। मुलायम सिंह ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि चुनाव में कालाधन न लगे। कालाधन की लड़ाई सपा ने लड़ी। कालाधन के खिलाफ हम भी हैं। एकाएक मोदी ने नोट बंद किए, यह ठीक नहीं है।
उन्होने कहा कि 500 तथा एक हजार के नोट को मोदी सरकार के फैसले ठीक नहीं है। इन दोनों नोट के बंद होने से देश में गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है। सरकार को नोट बंद होने का फैसला कुछ दिनों के लिए वापस ले लेना चाहिए। मुलायम ने कहा कि पीएम मोदी को यह फैसला लागू करने से पहले जनता को कम से कम एक हफ्ते का समय देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शायद पीएम को यह पता नहीं है कि नोट बंद होने से देश में गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि लोगों को छोटी-छोटी चीजें नहीं मिल रही है। बीमार लोगों को दवा नहीं मिल रही है। एक वृद्धा की मौत हो गई। नोट बंद होने से सोने के दाम बहुत बढ़े। कल तक सोना का दाम 30 से 45 हजार रुपए तोला हो गया।