प्रभु बोले: कानपुर घटना की होगी फोरेंसिक जांच

suresh-prabhuनई दिल्ली/पटना। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि कानपुर में हुए रेल हादसे की फॉरेंसिक जांच का आदेश दिया गया है। हादसे में 142 लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं। प्रभु ने कहा, हादसे की वजह का पता लगाने के लिए संबंधित एजेंसी द्वारा अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी व फॉरेंसिक विश्लेषण का सहारा लिया जाएगा और विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जाएगी।
रेल मंत्री ने कहा कि हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कानपुर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पुखरांया रेलवे स्टेशन के निकट रविवार को पटना इंदौर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। देश के इस भीषण रेल हादसे के एक दिन बाद रेल मंत्री की टिप्पणी सामने आई है।
ट्रेन के एस1, एस2, एस3 व एस3 व एस4 डिब्बों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा। यह रेल हादसा पश्चिम बंगाल में मई 2010 में हुए ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस हादसे के बाद दूसरी सबसे बड़ी रेल दुर्घटना है। ज्ञानेश्वरी हादसे में 170 लोगों की मौत हुई थी।
रेल मंत्री ने कहा कि पुरानी तकनीक वाले आईसीएफ डिब्बे अब भी परिचालन में हैं, जिसमें आधुनिक डिब्बों की तरह टक्कर से बचने की विशेषता नहीं है। प्रभु ने कहा, मैंने पिछले रेल बजट के दौरान पुराने डिब्बों को बदलने के बारे में सदन को सूचित किया था। इस काम में तेजी लाई जाएगी।