महाराष्ट्र में निकाय चुनाव में बीजेपी का परचम

Devendra Fadnavisमंबई। महाराष्ट्र के शहरी निकायों के चुनाव में सत्तारुढ़ भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है। अब तक घोषित परिणामों में भाजपा सबसे बड़ी पाटीज़् के तौर पर उभरी है। भाजपा-शिवसेना की सियासी दोस्ती से एक बार फिर चुनाव में गुल खिला है और इस गठबंधन को अब तक घोषित परिणामों में से करीब आधे सीटों पर सफलता मिली है। हालांकि, राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिमाज़्ण सेना को ज्यादा सफलता नहीं मिल पाई।
राज्य के 25 जिलों के 147 नगर परिषदों और 17 नगर पंचायतों के 3705 सीटों में से 2501 सीटों के परिणाम घोषित हो चुके हैं। भाजपा-शिवसेना के खाते में 1012 सीटें गई है जबकि विपक्षी कांग्रेस और राकांपा को 890 सीटें मिली हैं। भाजपा को 610, शिवसेना को 402, राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटीज़् को 482, कांग्रेस को 408, महाराष्ट्र नवनिमाज़्ण सेना के 12 और बसपा को 4 सीटें मिली हैं। 583 सीटों पर निदज़्लीय अथवा गैर मान्यता प्राप्त दलों के उम्मीदवार जीते हैं। चुनाव के लिए भाजपा शिवसेना में गठजोड़ था लेकिन कांग्रेस और राकांपा के बीच औपचारिक तौर पर कोई गठबंधन नहीं था।
नगर पालिका परिषद अध्यक्षों के 147 पदों में से 108 के परिणाम घोषित किए गए हैं उनमें से 40 पर जीत के साथ भाजपा सबसे आगे है। शिवसेना 18, कांग्रेस 17, राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटीज़् 10 निकायों में सफलता मिली है जबकि 23 निकायों में निदज़्लीय उम्मीदवार जीते हैं। राज्य में पहली बार परिषदों के अध्यक्ष का चुनाव सीधे तौर पर मतदाताओं ने किया है।
मतगणना सोमवार सुबह शुरू हुई थी और इसके देर रात तक पूरे होने की संभावना है। मिनी विधानसौधा चुनाव कहे जा रहे इन चुनावों को विमुद्रीकरण के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के लिए राजनीतिक तौर पर काफी महत्वपूणज़् माना जा रहा था। इन चुनावों में 15,8 27 उम्मीदवार मैदान में थे। रविवार को 70 फीसदी मतदान हुआ था।