सपाई दंगल: चुनाव में बेटे से दो-दो हाथ करेंगे मुलायम

cm new1लखनऊ/नई दिल्ली। साइकिल सिम्बल किसे दिया जाए निर्वाचन आयोग के फैसले से पहले मुलायम सिंह ने संकेत दिया कि वे किसी और सिम्बल पर चुनाव लड़ लेंगे। उनके संकेत के बाद यह माना जा रहा है कि अखिलेश खेमा को ही साइकिल का सिम्बल मिलेगा। हालांकि इसे आवंटित या फ्रीज करने पर अंतिम फैसला 17 जनवरी तक निर्वाचन आयोग को लेना है। सोमवार को मुलायम सिंह ने कहा कि अखिलेश उनसे बात नहीं करते हैं। पिछली बार मुलाक़ात के लिए वे तब आए जब उन्हें डिम्पल यादव (पत्नी) और बच्चों की कसम दी गई। उन्होंने बात भी नहीं सुनी और एक मिनट में उठकर चले गए।
सोमवार को मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश को मुस्लिम विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा, अखिलेश की लिस्ट में मुस्लिम प्रत्याशी कम हैं। जनता के बीच सन्देश गया है कि अखिलेश मुसलमान विरोधी है। अखिलेश ने कई मंत्रियो को बेवजह पार्टी से निकाला। लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए मुलायम ने कहा, अखिलेश मेरी कदर नहीं करता। वह हमारा बेटा है, पर हमें मालूम नहीं था कि वह इस तरह विरोधियों से मिल जाएगा। वह दूसरे (रामगोपाल यादव) के हाथों में खेल रहा है।
मुलायम ने कहा, रामगोपाल यादव ने पार्टी बर्बाद करने में कोई कसर नही छोड़ी। सिम्बल पर फैसला आज आएगा। सिम्बल चाहे जो भी हो, आप साथ दीजिए। चुनाव आयोग का जो भी फैसला होगा, हम उसे स्वीकार करेंगे। इस बीच कार्यकर्ताओ ने पार्टी बचाओ का नारे लगाने शुरू किए, तो मुलायम ने उन्हें डांट कर चुप कराया।
अखिलेश पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए मुलायम ने कहा, मैं पार्टी और साइकिल बचाने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। अगर वह नहीं सुनता है तो मैं उसके (अखिलेश) खिलाफ लड़ाई लडूंगा।