रात भर सो नहीं सका बलात्कारी बाबा आर.आर

 

रोहतक। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को शुक्रवार की शाम पांच बजे रोहतक के सुनारिया पीटीसी गेस्ट हाउस में लाया गया. वहां उनके साथ एक महिला भी मौजूद थी. जिसे जेल अधिकारियों ने वापस भेज दिया. इसके कुछ देर बाद ही सरकारी डॉक्टर ने राम रहीम का मेडिकल परीक्षण किया. जेल में राम रहीम को 1997 कैदी नंबर दिया गया है.
डॉक्टर ने जेल अधिकारियों से कहा कि कुछ विसंगतियां हैं, इसलिये मेडिकल परीक्षण एक मेडिकल बोर्ड द्वारा कराया जाए. इसके बाद पीजीआई रोहतक ने जेल प्रशासन के आग्रह पर एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया. जिसने राम रहीम का परीक्षण किया. मेडिकल जांच के दौरान उसे डायबिटीज होने की बात सामने आई.
डीजी जेल केपी सिंह ने बताया कि मेडिकल टेस्ट हो जाने के बाद राम रहीम ने वहां मौजूद अधिकारियों से चाय मांगी. इसके बाद राम रहीम के लिए फीकी चाय का इंतजाम किया गया. तब वह सुनारिया गेस्ट हाउस में ही मौजूद था. डीजी का दावा है कि राम रहीम को चाय पिलाए जाने के बाद रोहतक जिला जेल की एक बैरक में शिफ्ट कर दिया गया.
केपी सिंह के मुताबिक राम रहीम जेल की बैरक में था. वह साथ में अपना कुछ खाना लेकर आया था. रात के करीब नौ बजे उसने वही खाना खाया. हालांकि जेल के अधिकारी ये ज़रूर बता रहे हैं कि डेरा प्रमुख ने रात में हल्का खाना खाया था. खाना खाने के बाद राम रहीम काफी बैचेन दिखाई दिया. उसके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था.

डीजी ने बताया कि गुरमीत राम रहीम को बैरक पसंद नहीं था. जहां राम रहीम पूरी तरह जागता रहा. वह बार-बार जेल कर्मचारियों से सुविधाओं को लेकर बात करता रहा. उसने जेल में मिनरल वॉटर की बोतल की मांग भी की. केपी सिंह की मानें तो सुबह जेल मैनुअल के मुताबिक उसे नाश्ता दिया गया. और शनिवार की दोपहर आम कैदियों को दिए जाने वाला खाना ही उसे परोसा गया. जिसमें दाल, रोटी, चावल और आलू की सब्जी शामिल थी. बताया जा रहा है कि राम रहीम ने वहां रोटी खाने से इनकार कर दिया.
बताते चलें कि जेल अधिकारियों पर आरोप लग रहा है कि जेल में गुरमीत राम रहीम को कई प्रकार की सुविधाएं दी गई हैं. उसे पीने के लिए मिनरल वाटर की बोतल दी गई हैं. साथ ही एक सहायक भी उसे उपलब्ध कराया गया है. यहां तक उसे जेल में एक एसी रूम में रखा गया है.
जबकि इस बात को खंडन करते हुए हरियाणा के मुख्य सचिव और डीजीपी ने साफ कहा कि ये सारे आरोप बेबुनियाद हैं. राम रहीम को एक आम कैदी की तरह बैरक में रखा गया है. न उसे कोई सहायक दिया गया और न ही बाहर से उसके लिए खाना मंगवाया गया. शनिवार को उसे जेल मैनुअल के अनुसार ही खाना दिया गया.