जांच के बाद बोला पाक: हमले की जगह नहीं है कैंप

नई दिल्ली। पाकिस्तान ने पुलवामा हमले संबंधी जांच के प्रारंभिक निष्कर्ष के बारे में बताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भारत ने जिन 22 स्थानों के बारे में बताया था, उसने उनकी जांच की है लेकिन उसे वहां कोई आतंकवादी शिविर नहीं मिले। उसने दावा किया कि पुलवामा आतंकवादी हमले के संबंध में 54 लोगों को हिरासत में लिया गया, लेकिन उनका हमले से किसी तरह से संबंध होने का पता नहीं चला है। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने पुलवामा हमले के बाद उसे भारत की ओर से डोजियर सौंपे जाने के बाद अपने देश की प्रारंभिक जांच की जानकारियां सार्वजनिक करते हुए कहा कि वह अनुरोध किए जाने पर इन 22 स्थलों पर यात्रा करने की अनुमति देने का इच्छुक है। उसने एक बयान में कहा, हिरासत में बंद 54 व्यक्तियों के खिलाफ जांच की जा रही है, लेकिन पुलवामा हमले से उनके संबंध के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चला है।
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव बढऩे के बीच यहां प्राधिकारियों ने देश में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के 120 से अधिक सदस्यों को एहतियातन नजरबंद किए जाने की घोषणा की थी। पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री शहरयार खान अफरीदी ने पांच मार्च को कहा था कि जैश प्रमुख अजहर मसूद का बेटा और उसका भाई प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के उन 44 सदस्यों में शामिल है जिन्हें पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया है। एक दिन पहले पाकिस्तान ने भारत से कहा था कि वह पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता और देश में जैश के शिविरों की मौजूदगी के संबंध में और सूचना/सबूत मुहैया कराए।