ओवैसी बिहार में चमके: सीमांचल में दबदबा

डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे मोटे तौर पर अब स्पष्ट हो चुके हैं। रुझानों में एनडीए को बहुमत मिल गया है तो महागठबंधन की सत्ता से दूरी बरकरार रहेगी। इस चुनाव में कई और चेहरों की प्रतिष्ठा दांव पर थी, जिनमें से कुछ चमक गए हैं तो कुछ मुरझा गए हैं। सबसे अधिक दावे करने वाले लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान पूरी तरफ फ्लॉप हो गए हैं तो आखिरी समय में पाला बदलने वाले सन ऑफ मल्लाह काफी फायदे में दिख रहे हैं।
चिराग पासवान ने इस चुनाव में एनडीए से अलग होकर अलग चुनाव लडऩे का फैसला किया। लोक जनशक्ति पार्टी ने 134 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन एक भी सीट हासिल करती नहीं दिख रही है। चिराग पासवान ने चुनाव में काफी बढ़चढक़र दावे किए थे और नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी। उन्होंने यहां तक कहा था कि इस बार बीजेपी और एलजेपी की सरकार बनेगी और नीतीश कुमार जेल भेजे जाएंगे। हालांकि, चुनाव नतीजों ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा। बीजेपी ने अपने कोटे से वीआई को 11 सीटें दीं, जिसमें से पार्टी 5 पर आगे चल रही है।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने सीमांचल में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। मुस्लिम बहुल सीटों पर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है और उनकी पार्टी 5 सीटों पर कब्जा करती दिख रही है। एआईएमआईएम के प्रत्याशी अमौर, बैसी, कोचाधामन, बहादुरगंज और जोकीहाट सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं।