डेस्क। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर सरग्रमी बढ़ गई है। कई राज्यों में 27 मार्च को पहले चरण की वोटिंग है। इस बीच अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ और सर्वे एजेंसी सी-वोटर ने साझा ओपिनियन पोल निकाला है। पांचों राज्यों में जनता का मूड भांपने की कोशिश की गई है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, असम में बीजेपी फिर से सत्ता में लौटती हुई दिख रही है। भगवा पार्टी को 126 विधानसभा में से 67 पर जीत हासिल होती दिख रही है। वहीं, कांग्रेस इसबार भी सरकार बनाने से चूक सकती है। ओपिनियल पोल में कांग्रेस गठबंधन के खाते में 57 और अन्य के खाते में दो सीटें जा रही है। मुख्यमंत्री पद की बात करें तो सर्बानंद सोनोवाले के कामकाज को 45 प्रतिशत से अधिक लोगों ने सराहा है। वे उन्हें फिर से असम का मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं।
केरल की बात करें तो यहां आगामी विधानसभा चुनावों में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट को कुल 140 सीटों में से 82 सीटों पर जीत हासिल होने की संभावना है। पोल सर्वे के अनुसार, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) 56 सीटों पर कब्जा कर सकती है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सिर्फ एक सीट जीत सकती है।
एलडीएफ के वोट शेयर में 2016 में 43.5 फीसदी से घटकर 2021 में 42.9 फीसदी होने की संभावना है। 0.6 प्रतिशत के नुकसान की संभावना है। यूडीएफ का वोट शेयर 2016 में 38.8 फीसदी से घटकर 2021 में 37.6 फीसदी होने की संभावना है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की लोकप्रियता राज्य में चरम पर है। 42.34 प्रतिशत लोग सीएम के प्रदर्शन से बहुत संतुष्ट हैं। सबसे पसंदीदा सीएम की दौड़ में भी विजयन सबसे ऊपर हैं। केरल में में सर्वेक्षण में शामिल 55.84 प्रतिशत लोगों ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में पसंद किया है, जबकि 31.95 प्रतिशत ने नरेंद्र मोदी को प्राथमिकता दी है। सर्वेक्षण पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस केरल के प्रवक्ता मैथ्यू कुझलदान ने कहा, “हमें विश्वास है कि कांग्रेस एक प्रभावशाली बहुमत से जीतेगी। जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं, एलडीएफ के लिए समर्थन कम हो रहा है और यूडीएफ को फायदा हो रहा है। वोटिंग तक यूडीएफ आगे बढ़ेगा। इसलिए, हमें अब तक के सर्वेक्षणों पर विश्वास नहीं है।”सीपीआई (एम) के विधायक एएन शमसेर ने कहा कि एलडीएफ 100 के अंक को पार कर जाएगा। उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि पिनारयी विजयन का नेतृत्व और साथ ही एलजेडी जैसे नए सहयोगियों के साथ, हमारा मोर्चा इस बार एक अच्छा प्रदर्शन करेगा। हमारा विचार है कि हम 100 का आंकड़ा पार करेंगे।”
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन को तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में 158 सीटें मिलने की संभावना है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, इस चुनाव में 60 सीटों की वृद्धि हो सकती है। वहीं, एनडीए के खाते में महज 65 सीटें आती दिख रही हैं। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 6 अप्रैल को एक ही चरण में होंगे और मतों की गिनती 2 मई को होगी। राज्य में सोलहवीं विधान सभा के लिए 6,28,23,749 मतदाता उम्मीदवारों का चयन करेंगे। 38.4 प्रतिशत के साथ एम के स्टालिन तमिलनाडु में मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवार के रूप में उभरे हैं। सर्वे के अनुसार, पुडुचेरी में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बन सकती है। ओपीनियन पोल के अनुसार यहां एनडीए के खाते में 30 सीटों में से 18 जा सकती है। आपको बता दें कि पिछले चुनाव में बीजेपी के खाते में 12 सीटें गई थीं। इसबार भगवा पार्टी को छह सीटों का फायदा होता दिख रहा है।