साहिबाबाद। करहेड़ा निवासी किरणपाल तथा उनकी पत्नी नीतू रेहडी लगाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं । किरण पाल दिव्यांग है। दो मासूम बच्चों की असल में हुई दर्दनाक मौत से उनका छोटा सा परिवार पूरी तरह से बिखर गया है। बड़ा बेटा प्रियांशु अपनी मां से हिंडन में नहाने की बात कह कर गया था। परंतु कुछ समय बाद उसके बह जाने की सूचना आई। पता चला कि प्रियांशु ने अपने छोटे भाई अंशु को बचाने की भरसक कोशिश की थी। अंशु गहरे पानी में चला गया तो प्रियांशु उसे बचाने की कोशिश में गहरे पानी में चला गया और वह भी अपने भाई के साथ बह गया । वहां खड़े पुनीत और शमशेर जब दोनों बच्चों को बचाने के लिए आगे बढ़े तो वह भी गहरे पानी में डूबने लगे। परंतु पास खड़े एक युवक द्वारा उन दोनों को बचा लिया गया। पिता किरण पाल ने बताया कि सुबह दोनों बच्चे साइकिल लेकर नंदग्राम गए थे। वहां से वह दुकान के लिए पापड़ी बनाने का सामान लेकर घर वापस लौटे थे । दुकान पर पहुंचकर प्रियांशु ने अपनी मां से कहा कि वह नहाने जा रहा है। कुछ देर बाद माता-पिता को यह सूचना मिली के प्रियांशु और अंशु दोनों भाई गहरे पानी में बह गए। शमशेर मूल रूप से बिहार का रहने वाला है और उसके पिता एक रिक्शा चालक है । किरण पाल ने बताया कि वह विगत कई वर्षों से गाजियाबाद के नंदीग्राम में किराए पर रह रहे हैं । उनके दोनों बच्चे अंशु और प्रियांशु घुकना के सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। वह करहेड़ा गांव में रेडी लगाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। अब दोनों बच्चों की असमय मौत से उनके जीने का सहारा छिन गया ।