नई दिल्ली। बंगाल चुनाव में तारकेश्वर विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार स्वपन दासगुप्ता ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ऐसा विपक्षी पार्टियों की ओर से जताए गए विरोध के बाद किया। दरअसल, स्वपन दासगुप्ता बीजेपी की ओर से राज्यसभा के नामित सदस्य भी हैं। इसलिए टीएमसी और कांग्रेस दोनों ही स्वपन दासगुप्ता की उम्मीदवारी के विरोध में आ गए थे। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने भी आरोप लगाया था कि दासगुप्ता ने भारतीय संविधान की 10वीं अनुसूची के प्रावधानों का उल्लंघन किया है। संविधान की 10वीं अनुसूची कहती है कि अगर कोई राज्यसभा का मनोनीत सांसद शपत लेने और उसके 6 महीने के अंदर किसी भी राजनीतिक पार्टी में शामिल होता है उसे राज्यसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दे दिया जाएगा। इस्तीफे से अवगत एक सूत्र ने बताया, ‘चुनाव लडऩे के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए उनके पास 19 मार्च तक का समय है। अगर उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा नहीं दिया होता, तो उन्हें सदन से अयोग्य ठहराया जा सकता था।’इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस ने भी यह मुद्दा उठाया था। राज्यसभा में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने सभापति वेंकैया नायडू ने स्पष्टीकरण मांगा। राज्यसभा सभापति को लिखी चि_ी में कांग्रेस के चीफ विप जयराम रमेश ने यह कहा कि दासगुप्ता ने चुनाव लडऩे से पहले न तो सदन से इस्तीफा दिया है और न ही उन्होंने कोई और पार्टी ही जॉइन की है।