अमेठी। यूपी एसटीएफ में एएसपी राजेश सिंह की रविवार को ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई। राजेश सिंह का काफी दिनों से लखनऊ के अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। उपचार के दौरान अचानक मस्तिष्क में खून का रिसवा बंद हो गया। इसके बाद नको आईसीयू में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एएसपी की मौत की खबर से पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई है। राजेश सिंह की मौत की खबर पाकर पुलिस विभाग और एसटीएफ के कई अधिकारी अस्पताल पहुंच गए। अधिकारियों ने उनकी मौत की जानकारी परिजनों को दी है। होली के एक दिन पहले मौत की खबर सुनकर परिवार वालों की खुशियां मातम में बदल गई हैं।
अमेठी जिले के गौरीगंज के रहने वाले एएसपी राजेश सिंह 2000 बैच के पीपीएस अधिकारी थे। उन्होंने प्रयागराज से स्नातक और परास्नातक फिलॉसफी में अपनी शिक्षा पूरी की। उसके बाद उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी करनी शुरू कर दी। सबसे पहले राजेश सिंह का चयन एमपी पीसीएस में बतौर एक्साइज इंस्पेक्टर पद पर हुआ था। उसके बाद यूपी में जेलर के पद पर भी उन्हें तैनाती दी गई। 2000 में बतौर डिप्टी एसपी के पद पर उनका चयन हुआ था। राजेश कुमार बतौर सीओ लखनऊ, बिजनौर, बहराइदच, बाराबंकी, शामली और मुजफ्फरनगर में भी तैनात रहे हैं। 2013 में एडिशनल एसपी बने और लंबे समय तक एडीजी लॉ के स्टाफ अफसर के पद पर तैनात रहे। उसके बाद पीएसी में एडीजी के स्टाफ अफसर रहे।