साहिबाबाद। पिछले दिनों ऑक्सीजन गैस निर्माताओं द्वारा यूपी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन की वजह से कोरोना के मरीजों के लिए सप्लाई की जाने वाले ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की आपूर्ति बाधित होने की बात कही गई थी। इस संदर्भ में राकेश टिकैत से पूछे जाने पर उन्होंने इस आरोप को बिल्कुल गलत बताया। इसके उलट भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता द्वारा यह आरोप लगाया गया विदेश में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी तथा चलो जाती हुई स्वास्थ्य व्यवस्था की असलियत को छुपाने के लिए उन पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी आवश्यक सामग्री की आपूर्ति को आंदोलनरत किसानों द्वारा कभी नहीं रोका गया है । रास्ता सरकार द्वारा अवश्य रोका गया है यहां तक कि सर्विस लेन को अभी बैरिकेडिंग करके बंद कर दिया गया है। टिकैत ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग खुला हुआ है जबकि किसान विगत 5 महीनों से यहां आंदोलन पर बैठे हुए हैं । अब तक तो किसी भी आवश्यक सामग्री की आपूर्ति किसान आंदोलन की वजह से नहीं रुकी है और इस राजमार्ग से होकर सभी आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति नियमित रूप से हो रही है। इसलिए गैस निर्माताओं का यह आरोप की किसान आंदोलन की वजह से उनके गैस की आपूर्ति बाधित हो रही है पूरी तरह से निराधर है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर आंदोलनरत किसानों द्वारा पूरी एहतियात बरती जा रही है। आंदोलन स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन हो रहा है । किसान गांव जा रहे हैं तो वहां जाकर टीके भी लगवा रहे हैं । रामनवमी के दिन किसानों तथा पूर्व सैनिकों द्वारा आंदोलन स्थल पर संयुक्त रूप से मंच साझा किया गया तथा वक्ताओं द्वारा अपने विचार रखे गए। इस अवसर पर राकेश टिकैत ने कहा कि यद्यपि 14 अप्रैल के उपरांत कोरोना के मद्देनजर उनके द्वारा कोई भी रैली नहीं की गई परंतु उनका आंदोलन अनवरत चल रहा है। टिकैत ने आगे कहा कि जब तक कोरोना का संक्रमण पूरी तरह से रुक नहीं जाता तब तक भारी संख्या में किसानों को बुलवाकर तथा अनशन पर बैठ कर उन की जान को खतरे में नहीं डाला जा सकता । वैसे भी खाली पेट बैठने से किसी भी बीमारी के संक्रमण का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है चाहे वह कोरोना हो या फिर कोई और बीमारी।
टिकैत बोले: आंदोलन से नहीं आ रही है ऑक्सीजन की आपूर्ति में अड़चन
