राहुल बनाम स्मृति: पेड़ों से होगी अमेठी की राजनीतिक जंग

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आशुतोष मिश्र
अमेठी। अमेठी की राजनीति में अब पेड़ लड़ेंगे। पेड़ की डाल ही राहुल गांधी का रास्ता रोकेंगी। 33 साल बाद अमेठी में पेड़ों की राजनीति की वापसी केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी करा रहीं है। स्मृति अमेठी संसदीय क्षेत्र के सभी पांच विधानसभाओं में पेड़ बांट कर खुद को मजबूत और राहुल गांधी को कमजोर करने की रणनीति तैयार कर रहीं है। अमेठी में पेड़ की राजनीति राहुल गांधी के चाचा संजय गांधी ने शुरू की थी। राजनीति करने के लिए संजय गांधी अमेठी पहुंचे तो उन्होने नारा दिया था, बच्चे कम हो वृक्ष हजार। अब स्मृति ईरानी बच्चों की चर्चा तो नही कर रहीं है लेकिन सावन के महीने में संसदीय क्षेत्र में लाखों की वृक्ष तैयार करने की योजना बना रहीं है। जिसकी भनक लगते ही कांग्रेसी खेमे में हलचल मच गई है।
केन्द्र में 10 साल सरकार रहने के दौरान अमेठी सांसद राहुल गांधी के पास कोई अपने क्षेत्र के लिए कोई अनूठा आइडिया नही था। संसदीय क्षेत्र के अपने दौरों में वे कार्यकर्ताओं को भी पहचानने से इंकार कर करते थे। अब स्मृति ईरानी उन्हे घाट-घाट का पानी पीने को मजबूर कर रही है। अमेठी लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी का दौरा महज एक सप्ताह के अंतराल पर होने जा रहा है। राहुल गांधी 18 अगस्त को तो स्मृति का दौरा 26 अगस्त को प्रस्तावित है। राहुल गांधी का दौरा दो दिन का होगा। दौरे पर राहुल गांधी चौपाल लगाकर लोगों से मुलाकात करेंगे।
केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी के हर घर में पांच-पांच पौधे पहुंचा कर अपने चुनाव क्षेत्र को हरा भरा करेंगीं। इसकी शुरुआत 26 अगस्त से संभावित है। पौधे क्या और कैसे होंगे। इसकी योजना तैयार की जा रही है। स्मृति के जनसंपर्क अधिकारी वीके गुप्ता ने कहा कि पौध वितरण का कार्यक्रम प्रस्तावित है, लेकिन इसके बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। लोकसभा चुनाव में अमेठी से उम्मीदवार रही स्मृति को तीन लाख से अधिक मत मिले थे। हालांकि वे इसके पहले स्मृति ईरानी ने अमेठी के गांवों में साडिय़ां बांटीं थी और 25 हजार लोगों की प्रधानमंत्री जन सुरक्षा बीमा योजना की शुरूआती प्रीमियम का भुगतान किया था। पांचों विधान सभाओं के पांच-पांच गांवों में महिलाओं को साडिय़ों का वितरण व पांच-पांच हजार लोगों का प्रधानमंत्री जन सुरक्षा बीमा योजना के साथ प्रीमियम जमा किया था।
एक बार पौधों का रोपण योजना की शुरुआत 26 अगस्त को मानव संसाधन मंत्री टीकरमाफी की ट्रिपल आईआईटी से कर सकती हैं। पौधरोपण का अभियान तीन महीने तक चलेगा।