ऑक्सीजन का अभाव: फैक्ट्रियों में तालाबंदी का संकट

गाजियाबाद। विगत कुछ समय से ऑक्सीजन सिलेंडरों की भारी किल्लत का सामना कर रहे छोटे एवं मझोले उद्योग अब दम तोडऩे की कगार पर है। विशेष रूप से एक जनपद एक उत्पाद कि लगभग 6000 से ज्यादा छोटी इकाइयों पर अब तालाबंदी का खतरा मंडराने लगा है। ज्ञात हो कि गाजियाबाद जनपद में ” एक जनपद एक उत्पाद” के अंतर्गत आने वाली लगभग 6 से 7000 छोटी इकाइयां मौजूद है । इनमें से ज्यादातर छोटी इकाइयां फेब्रिकेशन तथा ऑटोमोबाइल की स्पेयर पाट्र्स बनाने में कार्यरत हैं। इन छोटी औद्योगिक इकाइयों में कटिंग, वेल्डिंग फेब्रिकेशन तथा अन्य कार्यों में ऑक्सीजन सिलेंडरों का उपयोग बड़े पैमाने पर होता है। कोरोना संक्रमण से पहले अब तक सब कुछ ठीक चल रहा था। परंतु कोरोना के मरीजों के लिए बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन सिलेंडर के उपयोग होने के कारण तथा तत्काल कोई अन्य वैकल्पिक सुविधा उपलब्ध होने के कारण शासन द्वारा इन छोटी औद्योगिक इकाइयों को ऑक्सीजन सिलेंडर देने पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया। इस संबंध में गाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन के प्रवक्ता का कहना है कि प्रतिबंध लगने के बाद से पिछले लगभग 20 दिनों से ऑक्सीजन सिलेंडरों के अभाव में इन फैक्ट्रियों का कामकाज ठप पड़ा हुआ है । फेब्रिकेशन आदि का काम तो बिल्कुल बंद हो चुका है। यदि लंबे समय तक यही हाल रहा तो जनपद की इन 6 से 7000 लघु इकाइयों पर तालाबंदी निश्चित है।